नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के मामलों के साथ-साथ वैक्सीनेशन कार्यक्रम को भी तेज कर दिया गया है लेकिन रोजाना लाखों लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, देश के उन शहरों में लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की गई है, जहां संक्रमण की दर 15 फीसदी है।
कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए कई जिलों में एक बार फिर लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसमें लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की गई है। इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही छूट दी जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव में बताया गया है कि देश के 150 जिलों में लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
हालांकि इस पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार, राज्यों के साथ चर्चा करने के बाद लेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए ऐसे कदमों को उठाने पर जोर दिया गया है।
केंद्र को भेजे गए प्रस्ताव में यह कहा गया है कि 15 फीसदी से ज्यादा संक्रमण की दर वाले जिलों में लॉकडाउन लगाने की जरूरत है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि इन जिलों में जरूरी सेवाओं को छोड़कर लॉकडाउन लगाना होगा, नहीं तो स्वास्थ्य प्रणाली पर इसका बोझ पड़ेगा।
बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन का संकट खड़ा हो गया है।
सरकार ने बताया कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाकर 8,922 टन प्रतिदिन हो गया है।
वहीं महीने के अंत तक इसके 9,250 टन प्रतिदिन होने की उम्मीद है।