रांची: CM हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह Lockdown बढ़ा दिया है। राज्य में कोरोना के नए मरीजों में कमी आयी है। पिछले दस दिनों से लगातार जितने मरीज मिल रहे हैं, उनसे ज्यादा स्वस्थ होकर लौट रहे हैं।
सरकार की तरफ उठाये गये बड़े कदमों और लोगों की सतर्कता और जागरुकता के कारण कोरोना की चेन को तोड़ने में काफी हद तक सफलता मिली है।
बता दें की राज्य मे पहले से लागू सभी प्रतिबंधों के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह Lockdown अब 3 जून की सुबह 6 बजे तक बढ़ा दिया गया है।
बता दें कि मौजूदा लॉकडाउन 27 मई तक लागू है। मुख्यमंत्री सोमवार को कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर कैबिनेट मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक भी की थी। सरकार ने इस बार E-PASS में कुछ छूट भी दी हैं।
ये छूट किसानों को दिया गया है जिससे किसान को बाज़ार आने जाने में कोई दिक्कत नहीं हो।
इसके अतिरिक्त E-PASS की अनिवार्यता जारी रहेगी लेकिन सरकारी कर्मियों, मीडियाकर्मियों तथा बड़ी कंपनियों अथवा फैक्ट्रियों में काम करने वालों का ड्यूटी पास मान्य होगा। इन्हें E-PASS की अनिवार्यता से छूट दी गई है।
अब किसानों को बाजार तक जाने के लिए ई-पास की जरूरत नहीं है। इससे किसान अपनी सब्जियां आदि लेकर सीधे बाजार आसानी से पहुंच सकते हैं।
एक तिहाई कर्मचारियों के साथ खुलेगा सचिवालय
आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में सचिवालय को दोपहर दो बजे तक खोलने का निर्णय किया गया।
इस दौरान संयुक्त सचिव से ऊपर स्तर के सभी पदाधिकारियों को अनिवार्य रूप से सचिवालय आना होगा। वहीं, 33 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ सचिवालय के विभिन्न विभाग कार्य करेंगे।
सुरक्षा सप्ताह में आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए निर्णयों में किए गए फेरबदल
इधर CM ने सोमवार को कहा कि संक्रमण की दूसरी लहर का आभास पहले से था परंतु देश में लॉकडाउन को लेकर असमंजस की स्थिति रही। अंततः राज्यों ने अपने स्तर पर निर्णय लेते हुए लॉकडाउन किया।
CM ने कहा कि हमारी सरकार ने 24 अप्रैल 2021 से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का निर्णय लिया जो काफी प्रभावी और सकारात्मक साबित हो रहा है।
राज्य सरकार की चिंता जीवन और जीविका दोनों की रही है। यही कारण है कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को बढ़ाया गया किंतु प्रत्येक बार आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए निर्णयों में फेरबदल किए गए।
सोमवार को बैठक में एक सप्ताह और Lockdown बढ़ाने को लेकर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने बात कही थी, इसपर मंत्री बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख भी इसके समर्थन भी किया था।
वहीं मिथिलेश ठाकुर ने भी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को एक सप्ताह और बढ़ाए जाने को लेकर सहमति जताई थी।
झारखंड में कल से चक्रवातीय तूफान का दिख सकता है असर
मुख्यमंत्री को आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डॉ अमिताभ कौशल ने चक्रवातीय तूफान यास का झारखंड में पड़ने वाले असर, बचाव तथा राहत को लेकर की गई तैयारियों से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान जारी किया है उसके मुताबिक यह तूफान कल ओड़िसा के तटीय इलाके से टकराएगा। इसका असर झारखंड में भी देखने को मिल सकता है।
तूफान से पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, गुमला, खूंटी और सिमडेगा के ज्यादा प्रभावित होने की संभावना है।
इन इलाकों में 90 किलोमीटर या उससे ज्यादा रफ्तार से हवा चलने और कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका है। यहां चक्रवातीय तूफान यास का असर 26-27 मई को ज्यादा पड़ेगा, जबकि 28 को इसके धीमा होने की उम्मीद है।
चक्रवातीय तूफान से बचाव और राहत को लेकर तैयारियां पूरी
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत चक्रवातीय तूफान से बचाव और राहत को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है।
इसके तहत अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित नहीं हो, इसके लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है। वहीं, पेड़, खंभे और पोल आदि के गिरने से सड़कों पर आवागमन बाधित नहीं हो, इस बाबत सभी जिलों के उपायुक्त को गिरने वाले पेड़ों को हटाने के लिए पूरी व्यवस्था करने को कहा गया है।
भारी बारिश के कारण कच्चे घरों को नुकसान पहुंचने की काफी आशंका है, ऐसे में लोगों को रखने के लिए शिविर की व्यवस्था की गई है।
भारी बारिश से स्वर्णरेखा नदी के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति भी पैदा हो सकती है। ऐसे में अधिकारियों को इन इलाकों की लगातार निगरानी करने को कहा गया है।
वहीं, तेज हवा और बारिश से बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है।. इस बाबत ऊर्जा विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है। इसके अलावा चक्रवातीय तूफान से होने वाले नुकसान और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अन्य सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आय़ुक्त -सह -अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव अमिताभ कौशल और सचिव अबुबकर सिद्दीकी मौजूद थे।