लोहरदगा: 17 सूत्रीय मांगों को लेकर झारखंड आंदोलनकारी महासभा लोहरदगा जिला समिति के तत्वावधान में समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन (One Day Protest) हुआ।
इसमें मुख्य रूप से विधायक सह झारखंड बचाओ मोर्चा (Jharkhand Bachao Morcha) के संयोजक लोबिन हेम्ब्रम, पूर्व मंत्री सधनु भगत, केन्द्रीय अध्यक्ष राजू महतो सहित अन्य लोग मौजूद थे।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम (Lobin hembrum) अपनी ही सरकार और पार्टी नेतृत्व पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जनता से जिस वादे और संकल्प के साथ हेमंत सोरेन सत्ता में आये थे, आज उन वादों और संकल्प को भूल गए हैं।
उन्होंने कहा कि यदि यहां के आदिवासियों और मूलवासियों के पास जमीन ही नहीं बचेगी तो आदिवासी मूलवासियों कहां जाएंगे।
आंदोलनकारी एवं झारखंड बचाओ मोर्चा इसे बर्दाश्त नहीं करेगा
जब 2019 में चुनाव प्रचार हो रहा था, उस वक़्त हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा था कि हमारी सरकार बनेगी तो सीएनटी और एसपीटी एक्ट और पेशा एक्ट को लागू करेंगे लेकिन सत्ता में आने के बाद हेमंत सोरेन उस वादे को भूल गए हैं।
आज आदिवासी मूलवासी समाज अपने ही राज्य में उपेक्षित होता जा रहा है। आंदोलनकारी एवं झारखंड बचाओ मोर्चा इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
सभा को राजू महतो, कयूम खान, अश्विनी कुजूर, किशोर किस्कू, लाल अजय नाथ शाहदेव, अरुण कुमार दुबे, आजम अहमद, शंखनाद सिंह, विनिता खलखो, इसरार अहमद, संयोजक प्रो. विनोद भगत, भुनेश्वर सेनापति, राजकिशोर महतो ने भी संबोधित किया।