Lok Sabha Election: देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) का समय लगभग बिल्कुल नजदीक आ चुका है। इस बीच पहले से एक चुनाव आयुक्त (Election Commissioner) के रिटायर करने के बाद एक और के इस्तीफा देते हीं यह सवाल उठने लगा है कि क्या चुनाव की तारीखों की घोषणा में अभी पेंच हैं।
पहला पेंच ये है कि केवल मुख्य चुनाव आयुक्त सामान्य तौर पर Lok Sabha Elections की तारीखों का अकेले ऐलान नहीं कर सकते हैं।
उधर रिक्त पदों को भरने के लिए केंद्र सरकार ने एक समिति गठित की है जो नए चुनाव आयुक्तों की तलाश कर रही है। 15 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में इन नामों पर चर्चा होगी।
चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति और अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे के कारण रिक्त हुए पदों को लेकर कांग्रेस ने Supreme Court में एक याचिका दाखिल करते हुए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर रोक लगाने की मांग की है।
कांग्रेस नेता जया ठाकुर द्वारा दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि ECE और EC की नियुक्ति पर नया कानून स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के खिलाफ है। इस मामले में तत्काल सुनवाई होना चाहिए।
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व में एक खोज समिति दोनों पदों के लिए पहले पांच-पांच नामों के दो अलग-अलग पैनल तैयार करेगी।
इस समिति में गृह सचिव और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DOPT) के सचिव शामिल होंगे। बाद में, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक चयन समिति, जिसमें एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल होंगे, चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के लिए दो व्यक्तियों का नाम तय करेगी। इसके बाद चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि चयन समिति सदस्यों की सुविधा के आधार पर 13 या 14 मार्च को बैठक कर सकती है और नियुक्तियां 15 मार्च तक होने की संभावना है।
गोयल के इस्तीफे के पीछे के कारणों से जुड़े सवाल पर सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया हो। बता दें कि निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल ने 2024 के लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से कुछ दिन पहले शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया था।
गोयल का कार्यकाल पांच दिसंबर 2027 तक था और मुख्य निर्वाचन आयुक्त (ECE) राजीव कुमार के रिटायर होने के बाद वह अगले साल फरवरी में संभवत: ECE का पदभार संभालते। कानून मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, गोयल का इस्तीफा शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया।
रिटायर्ड नौकरशाह गोयल पंजाब कैडर के1985-बैच के आईएएस अधिकारी थे। वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे। फरवरी में अनूप चंद्र पांडे की Retirement और गोयल के इस्तीफे के बाद, तीन सदस्यीय निर्वाचन आयोग में अब केवल मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ही बचे हैं।