पाकुड़ : जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए या नहीं, इस पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है। लेकिन, जातिवाद किसी ‘जन’ की जान को कितनी पीड़ा देता है, इसकी ‘गणना’ वही सही-सही कर सकता है, जिसे यह पीड़ा मिली हो।
पाकुड़ के मालपहाड़ी ओपी क्षेत्र के बाहिरग्राम के एक युवा दंपति को भी ऐसी ही पीड़ा ने तोड़ दिया। इस दंपति की मुहब्बत पर जातिवाद ऐसा हावी हुआ कि इन दो जनों को जान दे देने का कदम उठाना पड़ गया।
घटना गुरुवार की है। दोपहर का वक्त था। जातिवाद के दंश से लाचार हो चुके इस युवा दंपति ने रामनगर स्थित सौ फीट गहरी बंद पत्थर खदान में छलांग लगा दी।
आत्महत्या करने की नीयत से। एक तरफ जातिवाद के पैरोकारों को इस दंपति का ‘साथ’ खटक रहा था, तो दूसरी तरफ प्यार के पैरोकार इस दंपति को जाति आधारित नफरत साथ जीने नहीं दे रही थी।
सो दोनों पति-पत्नी ने साथ मर जाने का फैसला कर खदान में छलांग लगा दी। हालांकि, इसमें पति पप्पू रिखियासन (22) की तो मौके पर ही मौत हो गयी, लेकिन उसकी पत्नी पोद्दो कर्मकार (20) गंभीर रूप से घायल हो गयी।
घटना की जानकारी मिलते ही मालपहाड़ी ओपी पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायल पोद्दो कर्मकार सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था दोनों ने
ग्रामीणों के हवाले से पुलिस ने बताया कि दोनों ने अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था। पप्पू के परिजन इस शादी से नाखुश थे।
यही वजह थी कि आये दिन छोटी-छोटी बात पर गृह कलह होता रहता था। इससे परेशान युवा दंपति ने गुरुवार को आत्महत्या करने की नीयत से बंद पत्थर खदान में छलांग लगा दी। एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने बताया कि मामले में छानबीन चल रही है।