कोलकाता: पिछले चार सालों से मई का महीना पश्चिम बंगाल (West Bengal) के लिए चक्रवात (Cyclone) का महीना रहा है जिसमें सैकड़ों जाने गई हैं और लाखों की संपत्ति का नुकसान होता रहा है।
इस बार भी उसी तरह के आसार बनने लगे हैं। बुधवार को मौसम विभाग (Weather Department) की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में एक बार फिर भारी निम्न दाब बन रहा है जिसकी वजह से चक्रवात बन सकता है।
समुद्र तल पर निम्न दाब बना हुआ
मौसम विभाग की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि पिछले एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश और आंधी तूफान के बीच आसमान में बादल छाए हुए हैं जिसकी वजह से हवाएं गर्म होकर ऊपर नहीं उठ पा रहीं।
इसकी वजह से समुद्र तल पर निम्न दाब बना हुआ है। यह निम्न दाब आगामी शनिवार को दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी (Southeast Bay of Bengal) में चक्रवात का रूप ले सकता है।
जानमाल के नुकसान की भी आशंका
उसके बाद अगले 48 घंटे तक इसमें और बढ़ोतरी होगी जिसके कारण West Bengal के तटीय क्षेत्रों में तेज आंधी तूफान के साथ भारी बारिश (Heavy Rain) हो सकती है।
इससे जानमाल के नुकसान की भी आशंका है। इसके पहले अम्फन और यश चक्रवात की वजह से बंगाल को हुए जान माल के नुकसान के मद्देनजर मौसम विभाग की ओर से इस संबंध में राज्य सरकार को Alert कर दिया गया है।
मछुआरों को समुद्र में जाने की मनाही
आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) ने भी समुद्र तटीय जिलों के जिलाधिकारियों को इस बारे में जानकारी भेजकर अलर्ट रहने को कहा है।
अलीपुर स्थित मौसम विभाग (Weather Department) के क्षेत्रीय निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया है कि पांच से 11 मई के बीच बंगाल की खाड़ी में चक्रवात तैयार होने की आशंका है।
इस दौरान मछुआरों को समुद्र में जाने की मनाही है और लोगों को बिना वजह घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।
पश्चिम मेदिनिपुर में भी छिटपुट बारिश होती रहेगी
इधर लगातार हो रही बारिश की वजह से तापमान (Temperature) में भले ही गिरावट दर्ज की जा रही है लेकिन आसमान में बादल छाए रहने की वजह से उमस भरी गर्मी बरकरार है।
बुधवार को राजधानी कोलकाता (Kolkata) में न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस है जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है जबकि अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस है।
बुधवार को भी सारा दिन कोलकाता के साथ ही हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनिपुर (Paschim Medinipur) में भी छिटपुट बारिश होती रहेगी।