खूंटी: अधिवक्ता संघ खूंटी के अध्यक्ष कमल राम के साथ एलआरडीसी जितेंद्र कुमार मुंडा द्वारा कथित रूप से किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में अधिवक्ताओं का एलआरडीसी कोर्ट का बहिष्कार दसवें दिन भी जारी रहा।
अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक एलआरडीसी द्वारा संघ के अध्यक्ष कमल राम के साथ किए गए दुर्व्यवहार मामले का सम्मानजनक निपटारा नहीं हो जाता, तब तक एलआरडीसी कोर्ट का बहिष्कार जारी रहेगा।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि पिछले 26 मार्च को एलआरडीसी जितेंद्र कुमार मुंडा ने संघ के अध्यक्ष कमल राम के साथ दुर्व्यवहार किया था।
अध्यक्ष द्वारा इस मामले को संघ के समक्ष रखने के बाद 27 मार्च को अधिवक्ता संघ की आपात बैठक हुई थी।
बैठक में एलआरडीसी के इस अशोभनीय व्यवहार की निंदा की गई और निर्णय लिया गया कि जब तक इस मामले में एलआरडीसी खेद व्यक्त नहीं करते हैं, तब तक उनके कोर्ट का अधिवक्ता बहिष्कार करते रहेंगे।
बाद में अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर उपायुक्त शशि रंजन से भी मिला और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराते हुए लिखित ज्ञापन भी सौंपा।
उपायुक्त ने शीघ्र ही मामले का पटाक्षेप करने का आश्वासन दिया था, लेकिन घटना के 10 दिन बाद भी अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने से अधिवक्ताओं में क्षोभ व्याप्त है।
दूसरी ओर अधिवक्ताओं द्वारा एलआरडीसी कोर्ट के बहिष्कार के कारण म्यूटेशन अपील, आदिवासी जमीन खरीद-बिक्री, परमिशनए एसएआर आदि मामले प्रभावित हो रहे हैं।
उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन की प्रतिलिपि झारखंड के मुख्य सचिवए प्रधान सचिवए तथा झारखंड बार काउंसिल के अध्यक्ष को भी प्रेषित की गई है।