नई दिल्ली: भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर के स्ट्रेटेजिक स्ट्राइकर्स डिवीज़न के लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम ने लेह से मनाली तक सबसे तेज सोलो साइकिलिंग करके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
वह एकल साइकिलिंग में ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम ने अपने ही साथी लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू का रिकॉर्ड तोड़ा है।
रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम लेह से मनाली तक सबसे तेज साइकिल यात्रा करके सोलो साइकिलिंग (पुरुष वर्ग) में गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराना चाहते थे।
इसके लिए मंजूरी मिलने के बाद स्ट्राइकर्स डिवीजन के लेफ्टिनेंट कर्नल को 25 सितंबर को सुबह 4 बजे ब्रिगेडियर आरके ठाकुर ने मिशन के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
सोलो साइकिलिंग के दौरान सेना अधिकारी श्रीपद श्रीराम 472 किमी. की दूरी तय करके विषम मौसम परिस्थितियों वाले पांच मुख्य दर्रों से भी गुजरे। वह 26 सितंबर को शाम लगभग सवा तीन बजे हिमाचल प्रदेश के मनाली पहुंच गए।
उनका यह अभियान इसलिए भी खास है, क्योंकि यह स्वर्णिम विजय वर्ष का हिस्सा है और 195वें गनर्स डे के अवसर पर आयोजित किया गया है।
भारत 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जीत की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है।
लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि आर्मी अफसर को इस दूरी को तय करने में 34 घंटे 54 मिनट लगे।
सोलो साइकिलिंग करते हुए आर्मी अफसर लेह लद्दाख से भरतपुर, जिंगजिंग बार, बारालाचा, तांगलांगला जैसे ऊंचे दर्रा पार करते हुए लाहौल होते हुए मनाली पहुंचे।
इस दौरान तमाम दर्रा पर शून्य से नीचे तापमान रहा, जो आर्मी अफसर के लिए काफी चुनौती पूर्ण था।
लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम ने अपने ही साथी लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू का रिकॉर्ड तोड़ा है।
उन्होंने 35 घंटे 32 मिनट का समय लगाकर रिकॉर्ड बनाया था। मनाली पहुंचने पर एसडीएम मनाली डॉक्टर सुरेंद्र ठाकुर और डीएसपी मनाली संजीव कुमार ने लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम का स्वागत किया और समय दर्ज किया।