लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पहले चरण के पहले पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा, वामन मेश्राम और असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के चुनाव के लिए भागीदारी परिवर्तन मोर्चा का गठन किया है।
लखनऊ में शनिवार को असदुद्दीन ओवैसी के साथ बाबू सिंह कुशवाहा तथा वामन मेश्राम ने भागीदारी परिवर्तन मोर्चा के गठन की घोषणा की। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए अब भागीदारी परिवर्तन मोर्चा बना है।
असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन सत्ता में आता है तो दो मुख्यमंत्री होंगे, एक ओबीसी समुदाय से और दूसरा दलित समुदाय से। मुस्लिम समुदाय के तीन उप मुख्यमंत्री होंगे।
आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के असदुद्दीन ओवैसी, जन अधिकार पार्टी के बाबू सिंह कुशवाहा तथा भारत मुक्ति मोर्चा के वामन मेश्राम मोर्चा ने मोर्चा संभाला है।
इन तीनों ने उत्तर प्रदेश के विधनासभा चुनाव के लिए भागीदारी परिवर्तन मोर्चा का गठन किया है।
इससे पहले विधानसभा चुनाव के लिए आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने 27 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है।
ओवैसी ने बताया कि अगर ये गठबंधन सत्ता में आता है, तो दो मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। एक मुख्यमंत्री दलित होगा, जबकि दूसरा ओबीसी समाज से इतना ही नहीं तीन डिप्टी सीएम भी बनाए जाएंगे। इनमें मुस्लिम समुदाय का भी होगा।
ओवैसी ने कहा, कमजोर लोग मिलकर एक ताकत बन रहे हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि शिवपाल यादव अब उनके संपर्क में नहीं हैं।
बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा, इस गठबंधन में अभी और भी दल आ सकते हैं, दरवाजे बंद नहीं हैं।
उन्होंने कहा, सपा और भाजपा के बीच जो लड़ाई है वह अब भाजपा और भागीदारी परिवर्तन मोर्चे के बीच होगी। सपा गठबंधन तीसरे नंबर पर चला जाएगा।
कुशवाहा ने कहा, यह मजबूरी का गठबंधन नहीं है, हमारी पहले से बात थी। यूपी में सबसे ज्यादा कार्यक्रम जन अधिकार पार्टी ने किए हैं, पिछले 4 महीने से सम्मेलन कर रहे हैं।
वहीं, वामन मेश्राम ने कहा, तीन डिप्टी सीएम होंगे एक मुस्लिम होगा और बाकी दो लोगों के नाम जल्द घोषित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, भागीदारी मोर्चा राजभर ने बनाया था, वह तो चले गए पर बाकी सब अभी भी शामिल हैं। हम 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। उसमे से 95 प्रतिशत सीटों पर बात हो गई है।