White Lung Syndrome: America के ओहायो में ‘White Lung Syndrome‘ के 142 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इस बात की पुष्टि Warren County Health District की।
‘Ohio Department of Health’ के अनुसार इसे आउटब्रेक करार दिया जा सकता है। हालांकि, अधिकारियों का मानना है कि यह एक नई सांस से जुड़ी बीमारी है।
White Lung Syndrome क्या है?
व्हाइट लंग सिंड्रोम (White Lung Syndrome) एक प्रकार का Pneumonia है जिसके कारण फेफड़ों में सूजन आ जाती है। यह बीमारी इस समय विशेष रूप से बच्चों में व्याप्त है। संयुक्त राज्य अमेरिका के ओहियो में पिछले महीने बच्चों में निमोनिया के 150 मामले दर्ज किए गए।
इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, खांसी और थकान शामिल हैं। कुछ मामलों में, व्यक्ति को सांस की तकलीफ और कफ का भी अनुभव हो सकता है, एक विशेष प्रकार का बलगम जो फेफड़ों और गले में उत्पन्न होता है।
इस उम्र के बच्चे हो रहे प्रभावित
व्हाइट लंग सिंड्रोम का सबसे अधिक खतरा बच्चों को है। प्रभावित होने वाले बच्चों की औसत उम्र 8 साल है और सबसे छोटे बच्चे 3 साल के हैं। ये बच्चे टेस्ट Mycoplasma Pneumonia, Strep और Adenovirus के लिए भी पाए गए हैं।
The Mirror के अनुसार, व्यापक प्रकार का निमोनिया पहले ही डेनमार्क में ‘महामारी’ स्तर तक पहुंच चुका है। इस बीच, नीदरलैंड ने विशेष रूप से बच्चों में व्हाइट लंग सिंड्रोम (White Lung Syndrome) के मामलों में वृद्धि की सूचना दी है। The Metro के अनुसार, व्हाइट लंग सिंड्रोम माइकोप्लाज्मा निमोनिया, एक जीवाणु संक्रमण के कारण होता है।
रोकथाम कैसे करें?
नियमित रूप से हाथ धोने, छींकने या खांसने के दौरान मुंह ढकने और बीमार होने पर घर पर रहकर भीड़-भाड़ से बचे इससे व्हाइट लंग सिंड्रोम को रोका जा सकता है।
स्टेटेंस सीरम इंस्टीट्यूट (SSI) के वरिष्ठ शोधकर्ता Hann-Dorthe Emborg के अनुसार, व्हाइट लंग सिंड्रोम के मामले (White Lung Syndrome Cases) असामान्य नहीं हैं।
The Mirror ने उनके हवाले से कहा, कि इस बार COVID-19 महामारी के कारण कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण बच्चों में मामले विशेष रूप से प्रचलित हैं।