Illegal to give money to a beggar : इंदौर और भोपाल में भिखारी को पैसे देना अब गैर कानूनी है। यहां 15 दिनों में भिखारी को भीख देने पर दो मामले दर्ज हो चुके हैं। यहां सोमवार को एक भिखारी को दस रुपये देने पर कार्रवाई की गई। Indore को प्रशासन ने देश का पहला भीख मुक्त शहर बनाने का लक्ष्य रखा है।
मंगलवार को इंदौर पुलिस ने बताया कि सोमवार को लसूड़िया थाना क्षेत्र में मंदिर के बाहर भिखारी को एक व्यक्ति ने 10 रुपये दिए। इस पर प्रशासन की भिक्षावृत्ति उन्मूलन टीम के एक अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई। इंदौर में भीख देने पर एक साल की Jail, पांच हजार रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
भीख मांगने वालों को पुनर्वास केंद्र भेजा जा रहा है और कार्रवाई की जा रही है। इंदौर को पहला भीख मुक्त शहर बनाने का लक्ष्य रखा है। वहीं, सोमवार को भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र Vikram Singh ने कहा कि भीख मांगने वालों व देने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
वहीं Madhya Pradesh के सामाजिक कल्याण मंत्री Narayan Singh Kushwaha ने कहा कि इंदौर का एक संगठन सरकार के इस प्रयास में मदद के लिए आगे आया है। यह संगठन उन्हें छह महीने तक आश्रय देगा। उन्हें काम दिलाने में मदद करेगा। यह बहुत अच्छी पहल है, लेकिन यह तभी सफल होगी, जब लोग प्रशासन को मदद करेंगे।
केंद्र सरकार के Pilot Project के तहत इंदौर को भिखारी मुक्त बनाने की कोशिश हो रही है। इस प्रोजेक्ट में 10 शहरों को किया गया है। जिसमें Delhi, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, इंदौर, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, Patna और अहमदाबाद है। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कई ऐसे भिखारी हैं, जिनके पक्के मकान हैं। उन्हें भीख मांगना पेशा बना लिया है।