Madhya Pradesh Exit Poll Results 2023: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) को लेकर करीब आधा दर्जन एजेंसियों ने अपने एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए हैं।
बीते रोज जारी आंकड़ों को लेकर जो भ्रम की स्थिति बनी, वो शुक्रवार को दिनभर चर्चा का विषय बनी रही। आंकड़ों में जिस तरह से परिवर्तन किया गया है वो चौंकाने के साथ साथ Agencies पर बने दबाव को भी दर्शाता है। ये पहली बार हुआ है जब जीती गई सीटों के बीच लगभग 20-20 सीटों का अंतर दिखाया गया है।
इससे पहले अधिकांशत: पांच से दस सीटों का अंतर दिखाया जाता था। ऐसा भी पहले कभी नहीं हुआ कि Exit poll ने पहले कांग्रेस (INC) की सीटें ज्यादा दिखाईं और बाद में भाजपा (BJP) की बंपर सीटों के साथ सरकार बनाने का अनुमान दिखा दिया है।
एग्जिट पोल Agencies की ये घबराहट का ही परिणाम है कि कांग्रेस द्वारा ज्यादा सीटें जीतने का आंकड़ा बदलना पड़ा। इस तरह की खबरें Social Media पर भी Viral होने लगीं और कहा जाने लगा कि पहले Exit poll में कांग्रेस की सीटें ज्यादा आ रही थीं फिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक मध्य प्रदेश (MP) में भाजपा को बंपर सीटें मिलती दिखने लगीं।
Congress के समर्थन में ज्यादा लोग दिखाई दे रहे हैं
चर्चा इस बात पर भी है कि राज्य और केंद्र सरकार के दबाव में सर्वे एजेंसियों को अपना आंकड़ा एक बार नहीं बल्कि दो दो बार बदलना पड़ा।
एग्जिट पोल पूरी तरह झूठे साबित न हों, इसके लिए 20-20 सीटों का अंतराल दर्शाया गया। ताकि कहीं न कहीं आंकड़े अनुमान के आसपास नजर आ जाएं। Exit poll कुछ भी दिखा रहे हों,लेकिन प्रदेश का आम मतदाता इस तरह के आकलन पर भरोसा करता नजर नहीं आ रहा है।
इसकी वजह ये है कि म.प्र. में बीते दो दशकों से BJP की सरकार है और एंटीइनकंबेसी (Anti-incumbency) के अलावा कई तरह के मुद्दों को लेकर जनता में नाराजगी बढ़ी है।
घोषणाएं और झूठे वादों से लोग परेशान थे,जिसके कारण मतदाता परिवर्तन का मूड बना चुका था। राज्य के किसी भी जिले या विधानसभा क्षेत्र का Feedback लिया जाए तो Congress के समर्थन में ज्यादा लोग दिखाई दे रहे हैं।
अचानक एग्जिट पोल ने जिस तरह की तस्वीर दिखाई और बार-बार अनुमान बदले हैं, उस पर लोगों को भरोसा नहीं हो रहा है।