Advocate of Atiq Ahmed: उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) से लोगों की रूह काप गई थी। इस मामले के आरोपी अतीक अहमद के वकील (Ateek Ahmed Advocate) से जुड़ी एक खास खबर सामने आई है।
वकील विजय मिश्रा, अतीक अहमद की बेनामी संपत्तियों का सौदा करने में जुटा है। बीते दो दिन से राजधानी लखनऊ में आरोपी वकील अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति की डील (Benami Property Deal) कराने रुका था। और अतीक और उसके भाई की पत्नी से मुलाकात की।
अशरफ की पत्नी का बयान…
अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा (Zainab Fatima) के कहने पर विजय मिश्र ने कुछ बेनामी सम्पत्ति को बिकवाकर पैसा पहुंचाया था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रयागराज के ही एक सफेदपोश नेता के जरिए बेनामी प्रॉपर्टी (Benami Property) की डील होनी थी। पूछताछ में विजय मिश्रा से पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद वकील विजय मिश्रा लगातार फरार चल रही शाइस्ता (अतीक की बीवी) और जैनब (अशरफ की बीवी) के संपर्क में था। उसकी दोनों महिलाओं से मुलाकातें तक हो रही थीं। विजय मिश्रा पर अतीक के नाम पर रंगदारी मांगने की FIR भी दर्ज है।
विजय ने दी थी शूटर को उमेश की लोकेशन
उमेश पाल हत्याकांड में UP STF ने माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा (Vijay Mishra) को लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
विजय मिश्रा पर आरोप है कि उसने उमेश की लोकेशन (Umesh’s location) शूटर को दी थी और वह जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ से लगातार संपर्क में था।
मारे जा चुके उमेश पल हत्याकांड के कई आरोपी
उमेश पाल की हत्या के अगले उनकी पत्नी जया पाल (Wife Jaya Pal) ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद, अतीक की पत्नी शाइस्ता, बेटे असद के साथ ही शूटर अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर के खिलाफ केस दर्ज किया था।
इनमें से अतीक और अशरफ (Atiq and Ashraf) समेत छह आरोपी मारे जा चुके हैं। शाइस्ता, गुड्डू मुस्लिम और जैनब समेत अन्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
कैसे हुई थी उमेश पाल की हत्या
बता दें कि बदमाशों ने बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मामले (Raju Pal Murder Case) में मुख्य गवाह उमेश पाल पर 24 फरवरी को गोलीबारी कर दी थी।
उमेश पाल गाड़ी से निकलकर जब अपने घर की ओर भागे, तब बदAमाशों ने उनको निशाना बनाकर बम भी फेंके थे।