मुंबई: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के नेतृत्व वाले गठबंधन ‘महाराष्ट्र विकास आघाड़ी’ (एमवीए) ने केंद्र के कृषि सुधार कानूनों के विरोध में जारी किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है।
मंगलवार (8 दिसम्बर) को आहूत किसानों के ‘भारत बंद’ में भी एमवीए के सहयोगी दल शामिल होंगे।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि कोरोना संकटकाल में सभी लोग अपने घरों में बैठे थे, लेकिन किसान उस समय भी खेत में काम कर रहे थे।
इसी वजह से आज देश में अनाज की कमी नहीं है, लेकिन केंद्र सरकार किसान विरोधी कानून लाकर किसानों को कुचलने का काम कर रही है। केंद्र के इस कानून के विरोध में 8 दिसम्बर को भारत बंद आयोजित किया गया है। उन्होंने जनता से इस बंद को सफल बनाने की अपील की है।
राज्य सरकार के मंत्री एवं एमवीए के घटक दल राकांपा के नेता हसन मुश्रीफ ने महाराष्ट्र की जनता से भारत बंद में शामिल होने की अपील की है।
मुश्रीफ ने कहा कि केंद्रीय कानून सिर्फ उद्योगपतियों के लिए लाभदायक है। इस कानून से किसानों की कमर टूट जाएगी। राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता पूरी तरह भारत बंद में शामिल होंगे।
कांग्रेस नेता सतेज पाटील ने कहा कि किसान कानून का सूबे के सभी नागरिकों को कड़ा विरोध करना चाहिए। किसान इस देश की आत्मा हैं इसलिए कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता भारत बंद में शामिल होंगे।
मुंबई डिब्बावाला एसोसिएशन ने भी भारत बंद में शामिल होने की घोषणा की है।
वहीं राज्य सरकार ने भारत बंद के दौरान रोडवेज बसों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। इसी तरह किसानों के समर्थन में कई व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की घोषणा की है।