मुम्बई: महाराष्ट्र में एक बार फिर बढ़ रहे कोरोना वायरस संकट के बीच उद्धव सरकार ने लॉकडाउन को लेकर आखिरी चेतावनी दी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने होटल और रेस्तरां को अपने परिसरों में कोविड-19 दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के शनिवार को आदेश दिए और चेतावनी भरे लहजे में कहा कि राज्य सरकार को लॉकडाउन जैसे कठोर उपायों को लागू करने के लिए मजबूर नहीं करें। बता दें कि महाराष्ट्र के नागपुर, अकोला और औरंगाबाद समेत कई इलाकों में लॉकडाउन लागू है।
अगर कोरोना के मामले ऐसे ही बढ़ते रहे और लापरवाहियां सामने आती रहीं तो उद्धव सरकार महाराष्ट्र के अन्य जगहों पर भी लॉकडाउन का ऐलान कर सकती है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने होटल और रेस्तरां संघों, शॉपिंग केंद्र समूहों के प्रतिनिधियों के साथ हुई एक डिजिटल बैठक में कहा, ‘हमें सख्त लॉकडाउन लागू करने के लिए मजबूर न करें। इसे अंतिम चेतावनी मानें।
सभी नियमों का पालन करें। सभी को यह मालूम होना चाहिए कि आत्म-अनुशासन और प्रतिबंधों के बीच अंतर है।’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महामारी के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है और लोगों से इस तरह के कठोर निर्णय लेने से बचने के लिए सहयोग करने को कहा।
बता दें कि महाराष्ट्र में शनिवार को कोविड-19 के 15,602 नये मामले दर्ज किये ग, जिससे मामलों की संख्या बढ़कर 22,97,793 पर पहुंच गई जबकि इस महामारी से 88 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या 52,811 हो गई।
फिलहाल, नागपुर, अकोला में लॉकडाउन है। वहीं औरंगाबाद में वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है।
इसके अलावा, पुणे में नाइट कर्फ्यू जारी है। होटल और रेस्तरां बैठकों और जलपान के लिए प्राथमिक स्थान बताते हुए महाराष्ट्र के सीएम ठाकरे ने कहा कि शुरुआती दिनों में नियमों का पालन किया जा रहा था।
मगर बाद में अधिकांश होटल और रेस्तरां सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क के उपयोग का पालन करवाने में विफल साबित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि स्थिति अभी भी आपके हाथों में है, आपको अपने लिए देखना होगा कि हमारी एसओपी का सही और सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। सभी लोग नियमों को नहीं तोड़ रहे हैं, लेकिन जो लोग कुछ नियमों का पालन नहीं करते हैं, वे खतरे को बढ़ा रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम भी लॉकडाउऩ लगाना नहीं चाहते हैं।
हमने इस आर्थिक चक्र को शुरू कर दिया है। अगर हर कोई सहयोग करता है, तो संक्रमण को रोका जा सकता है।
इसलिए आप हमें लॉकडाउन जैसे सख्त प्रतिबंधों को लगाने के लिए मजबूर न करें। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों को याद दिलाया कि जब लोग नियमों का पालन कर रहे थे तो चीजें कैसे नियंत्रण में थीं।