Mahayuti government flouted the code of conduct: महाराष्ट्र में महायुति सरकार (Mahayuti Government) ने सरकारी फैसलों की धज्जियां उड़ाई थीं।
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता (code of conduct) की घोषणा के बाद भी फैसलों का सिलसिला जारी रहा। घोषित किए गए 200 से ज्यादा सरकारी फैसलों में से कई आचार संहिता लागू होने के बाद जारी किए गए।
अब इसे महाराष्ट्र चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने घोषणा की कि इस संबंध में जांच कराई जाएगी। वहीं, आयोग महायुति की ओर से इस्तेमाल किए गए वोट जिहाद शब्द की भी जांच करेगा।
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मुंबई में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections in mumbai) की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद दिनभर राज्य सरकार की ओर से सरकारी फैसले जारी किए गए। आयोग ने बताया है कि इसमें विधायकों को फंड आवंटन से जुड़े अध्यादेश और कई अन्य प्रशासनिक स्वीकृतियां शामिल हैं। इसलिए दोपहर 3.30 बजे के बाद जो भी सरकारी फैसले घोषित किए गए, उनकी जांच की जाएगी कि क्या यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
सरकार ने सभी फैसले वेबसाइट से हटा दिए
वोट जिहाद जैसे सांप्रदायिक शब्दों के इस्तेमाल पर मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि मंगलवार से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। अगर कुछ नेता ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। यदि हमें कोई शिकायत मिलती है, तो हम कानूनी तंत्र के भीतर इसकी जांच करेंगे और रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
बता दें विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता की घोषणा होने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से कई सरकारी फैसले किए गए।
जैसे ही चुनाव आयोग ने राज्य सरकार से इस बारे में पूछा तो सरकार ने सभी फैसले website से हटा दिए। अखबारों में टेंडर भी जारी हो चुके हैं। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि आयोग इस पर कार्रवाई करेगा।