नई दिल्ली: अमेरिकी ऑटो कंपनी फोर्ड मोटर कंपनी और भारत की महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि दोनों कंपनियों ने पहले से घोषित ऑटोमोटिव ज्वाइंट वेंचर को रद्द करने की घोषणा की है।
कंपनियों का कहना है कि कोरोना के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था और कारोबारी परिस्थितियों में हुए बुनियादी बदलावों को देखकर निर्णय किया गया है।
दूसरी ओर फोर्ड का कहना है कि वह भारत में अपने स्वतंत्र परिचालन को जारी रखेगी। वहीं, महिंद्रा का कहना है कि इस फैसले से कंपनी के प्रोडक्ट प्लान पर कोई असर नहीं होगा।
दोनों कंपनियों ने निर्णय किया है, कि वे अपनी संबंधित कंपनियों के बीच पहले से घोषित ऑटोमोटिव ज्वाइंट वेंचर को अमलीजामा नहीं पहनाएंगे।
फोर्ड ने कहा कि दोनों कंपनियों ने अक्टूबर 2019 में इस संबंध में निश्चित समझौता किया था, जिसकी अवधि 31 दिसंबर 2020 को खत्म हो गई।
वहीं फोर्ड मोटर कंपनी का कहना है कि वह दुनियाभर में अपने कारोबार मूल्यांकन कर रही हैं, इसमें भारत भी शामिल है। कंपनी की योजना एडजस्टेड इबिटा मार्जिन 8 फीसदी हासिल कर मजबूत कैश फ्लो सुनिश्चित करना है।
फोर्ड अच्छी गुणवत्ता और प्रीमियम कनेक्टेड गाड़ियां लाने पर काम कर रही है।
इसके अलावा वह इलेक्ट्रिक गाड़ियों और सर्विसेज को हर ग्राहकों तक किफायती बनाए रखने और मुनाफा अर्जित करने की दिशा में काम करेगी।
दसअसल अक्टूबर 2019 दोनों कंपनियों के बीच घोषित हुए समझौते के तहत महिंद्रा एंड महिंद्रा फोर्ड मोटर कंपनी के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदती और भारत में वह अमेरिकी कपनी के आटोमोटिव कारोबार को टेकओवर कर लेती।
दोनों कंपनियों के नए ज्वाइंट वेंचर को फोर्ड ब्रांड की गाड़ियों के लिए भारत में मार्केट डेवलप और डिस्ट्रिब्यूट करना था। फोर्ड और महिंद्रा दोनों की गाड़ियों की ग्रोथ भारत में अधिक है।