रांची: स्टेट के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के कोरोना वार्ड (ट्रॉमा सेंटर) में बीती रात उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब 11 बजे ऑक्सीजन खत्म हो गया। उस समय कोविड आईसीयू में 19 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे।
इनमें चार वेंटिलेटर व शेष एनआईवी, हाईफ्लो ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। कहा जा रहा है कि ऑक्सीजन खत्म होने की वजह से बरियातू निवासी एक मरीज की मौत भी हो गई। पूरे प्रकरण में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसी की लापरवाही सामने आई है।
अचानक बढ़ने लगी मरीजों की घबराहट
ट्रॉमा सेंटर के कोविड आइसीयू में रात लगभग 10:45 बजे ऑक्सीजन नहीं मिलने से मरीजों की घबराहट बढ़ने लगी। मरीजों की परेशानी देख आईसीयू में अफरातफरी मच गई। परिजनों ने इसकी सूचना चिकित्सकों को दी।
मरीजों की स्थिति देख परिजन हंगामा करने लगे। ट्रॉमा सेंटर से वेंटिलेटर टेकनीशियन आफताब ऑक्सीजन सिलिंडर लेने पेईंग वार्ड में गए लेकिन फोन पर बात करने पर वहां की इंचार्ज नर्स ने बिना अधीक्षक की अनुमति के सिलिंडर देने से मना कर दिया।
इसके बाद ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज डॉ प्रदीप भट्टाचार्य पहुंचे। उन्होंने सप्लाई एजेंसी से बात की। इसके बाद 10 सिलेंडर ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। इसके बाद उसे प्लांट में जोड़ा गया, तब जाकर मरीजों की जान बची।