Makar Sankranti पुण्य और महापुण्य काल पर करें विशेष कार्य, बनेगी कृपा 

तिल संक्रांति पर गंगा स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

News Aroma Media
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Makar Sankranti : आज मकर संक्रांति पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है। धार्मिक परंपरा के अनुसार, मकर संक्रांति के अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ माना जाता है।

जरुरतमंदों के बीच मौसम के अनुकूल वस्त्र और अन्न दान किए जाते हैं। मान्यता है कि तिल संक्रांति पर गंगा स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

इस दिन पुण्य काल और महापुण्य काल के दौरान स्नान दान करने से विशेष लाभ भी प्राप्त होता है।

कब है मकर संक्रांति पर पुण्य काल और महापुण्य काल ? 

मकर संक्रांति पर आज महा पुण्य काल का समय सुबह 9 बजे तक रहेगा। इस दौरान स्नान और दान करने से पुण्य मिलेगा। साथ ही ग्रह से जुड़े दोष खत्म होंगे। बता दें कि आज पुण्य काल सुबह 7 बजकर 15 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 46 मिनट तक है।

मकर संक्राति पर क्या करना माना जाता है अच्छा..

मकर संक्राति का स्नान और दान को पुण्य का काम माना गया है। मान्यता है इस दिन गंगा स्नान करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। अगर, गंगा स्नान ना कर सकें तो घर में ही नहाने वाले पानी में 5 बूंद गंगाजल मिलाकर नहाएं।

स्नान करते समय गंगा माता का ध्यान करने से भी पुण्य की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति पर दान करने की परंपरा है। ऐसे में दान उन्हें ही दें जो जरुरतमंद हो।

दान के लिए ऊनी वस्त्र, कंबल, तिल (काले, सफेद), गजक, मिठाई, गुड़, खिचड़ी, चालव (कच्चा), उड़द दाल, अरहर दाल इत्यादि चीजों का इस्तेमाल करें।

मकर संक्रांति पर क्या करना निषेध …

मकर संक्रांति पर आज गंगा स्नान के बाद किसी के प्रति मन में बुरे विचार ना लाएं। साथ ही किसी को बुरे शब्द ना कहें क्योंकि ऐसा करने से स्नान दान का पुण्य नहीं मिलता है। स्नान के बाद और दान के वक्त काला कपड़ा पहनने से परहेज करें।

लाल, पीला और केसरिया रंग का वस्त्र पहनना अच्छा रहेगा। इन रंगों के इस्तेमाल से सकारात्मकता बनी रहेगी। मकर संक्रांति पर आज पिता का अपमान ना करें।

घर पर अगर कोई साधु-संत आएं तो उनको ना तो किसी प्रकार की बुरी बात कहें और ना ही उनके प्रति मन में बुरे ख्याल लाएं। भगवान ने आपको जो भी समार्थ्य दिया है, उसके मुताबिक कुछ ना कुछ दान जरूर करें।