कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत के एक दिन बाद पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी राजभवन जाकर राज्यपाल जगदीप धनखर से मिली और सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
सोमवार अपराह्न तोपसिया स्थित पार्टी दफ्तर में मुख्यमंत्री ने अपने सभी नवनिर्वाचित 213 विधायकों की बैठक की, जिसमें उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया।
सभी विधायकों ने ममता बनर्जी को धन्यवाद दिया। उन्होंने भी सभी को जनसेवा के कार्यों के लिए शुभकामनाएं दी।
इसके बाद शाम 7:00 बजे के करीब मुख्यमंत्री राजभवन में पहुंची, जहां राज्यपाल ने उनका स्वागत किया।
राज्यपाल धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ में ममता बनर्जी और उनके साथ आए मंत्री फिरहाद हकीम, पार्थ चटर्जी और तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी को भी शुभकामनाएं दी।
इसके अलावा राज्यपाल ने राज्य भर में चुनाव बाद हो रही हिंसा को लेकर चिंता जाहिर की और इस बाबत तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया। ममता बनर्जी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी।
वे पांच मई को राजभवन में तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी।
हालांकि ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव नहीं जीत पाई हैं, लेकिन वह मुख्यमंत्री बन सकती हैं।
अगले छह माह में उन्हें किसी विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होना होगा। इसके पहले भी जब 2011 में ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बनी थीं, उस समय वह सांसद थीं।
उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा देकर भवानीपुर से विधानसभा का उपचुनाव लड़ा था और विजयी हुई थीं।
ममता बनर्जी 34 वर्षों के वाममोर्चा शासन को उखाड़कर बंगाल की मुख्यमंत्री बनी थीं।
इस बार ममता बनर्जी को भाजपा सीधी टक्कर दे रही थी। लेकिन उनकी पार्टी भाजपा को पराजित करने में सफल रहीं।