कोलकाता: जानलेवा महामारी कोरोना के खिलाफ चल रहे टीकाकरण के समय भी राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस सवालों के घेरे में आ गयी है।
ममता बनर्जी की पार्टी के दो विधायकों ने नियमों को दरकिनार कर जबरदस्ती कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन का टीका लगवा लिया है।
इनमें से एक विधायक का नाम सुभाष मंडल है। वह पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिला अंतर्गत भतार विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं जबकि दूसरे पूर्व प्रधान जिले के कटवा विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस विधायक रविंद्र नाथ चटर्जी हैं, जिन्होंने जिला अस्पताल में जाकर जबरदस्ती वैक्सीन लगवाई है।
कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक पहले चरण में केवल स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जानी है लेकिन पश्चिम बंगाल में दूसरा ही नजारा देखने को मिला है।
इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी सत्तारूढ़ पार्टी पर हमलावर हो गयी है।
पीएम सम्मान निधि में भी अपने लोगों का नाम भेजेगी ममता : दिलीप
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि कोई योजना अथवा कार्यक्रम हो और ममता बनर्जी भ्रष्टाचार ना करें ऐसा हो ही नहीं सकता।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे पहले डॉक्टरों को टीका लगाया गया है लेकिन ममता बनर्जी के राज में उनके विधायक जबरदस्ती टीका लगवा रहे हैं। यहां किसी की जान की कोई कीमत नहीं।
उन्होंने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी किसान सम्मान निधि योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर यह योजना भी बंगाल में लागू होती है तो ममता बनर्जी सबसे पहले अपने विधायकों का नाम भेजेंगी।
इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए दोनों विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की गयी दोनों ने बात करने से इनकार कर दिया।