कोलकाता: पश्चिम बंगाल राज्य की सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों से व्यापक जनसंपर्क के लिए निकाली जा रही भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा की तुलना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीता हरण के दौरान रावण के रथ से की।
बुधवार को रायगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती थी लेकिन भाजपा ने अपनी रथयात्रा निकाल कर जगन्नाथ को कलंकित किया है।
सभा में बनर्जी ने कहा, “रथ यात्रा का नाम पर तरह-तरह की यात्रा कर रही है।
जगन्नाथ यात्रा होती है। श्रीकृष्ण-अर्जुन की रथयात्रा होती है। रथयात्रा में जगन्नाथ, बलराम, सुभद्रा रहेंगे। बलराम, जगन्नाथ और सुभद्रा से भी भाजपा बड़ी है। क्या अब भाजपा नेताओं की पूजा करनी होगी?
उन्होंने कहा, “एक और रथ यात्रा देखें हैं। रावण सीता को हरण करके ले जा रहा है, वह रावण रथ है। रामायण में राम सीता की कहानी है। महाभारत में दुर्योधन की कहानी है।
भाजपा की रथ यात्रा में बिरयानी, कबाब से लेकर खाना-पीना, विश्राम सब कुछ हैं। नेता मनोरंजन कर रहे हैं। रथयात्रा कर रहे हैं। जगन्नाथ रथयात्रा को कालिमालिप्त किया है। धर्म के नाम पर अधर्म हो रहा है।”
ममता ने कहा कि भाजपा नेता दिन-रात बोलते हैं कि राजनीति में कुछ लोभी लोग हैं, कुछ त्यागी और कुछ भोगी। त्यागी ही लोगों के लिए काम करता है। भाजपा इतना पैसा क्या करेगी?
पैसा से लोगों की कीमत बहुत अधिक है। पैसे से मानवीयता की कीमत बहुत अधिक है। इससे ज्यादा क्या जरूरत है?
उन्होंने कहा कि यह रवींद्रनाथ टैगोर, नजरूल, बिरसा मुंडा, गुरुचांद ठाकुर, चित्तरंजन दास, चैतन्य प्रभु का बंगाल है।
नेताजी, गांधीजी की तरह होना चाहिए, जो कोई भेदभाव नहीं करता है, लेकिन नेता झूठ क्यों बोलेगा?
भाजपा दिन को रात और रात को दिन बोलती है।”
ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के पास बहुत पैसे हैं, वे चुनाव के समय रुपये बांटते हैं। मेरे पास रुपये तो नहीं हैं लेकिन प्रेम के जरिए आप सबका दिल जितने आए हैं।