कोलकाता: दूसरे चरण में गुरुवार को पश्चिम बंगाल के जिन 30 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं उसमें सबसे दिलचस्प नंदीग्राम सीट पर हंगामा बढ़ने लगा है।
यहां से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बोयाल के एक स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र में जाकर बैठ गई हैं जिसके बाद वहां हंगामा बढ़ने लगा है।
ममता की मौजूदगी में पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आम मतदाताओं को वोट देने से रोक दिया है।
यह अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र है और बड़ी संख्या में इस समुदाय के लोग घरों से निकलकर मतदाताओं को डरा धमका रहे हैं।
इसके अलावा सर पर दुपट्टा डालकर मुस्लिम पहनावे की तरह रूपरेखा बनाकर ममता बनर्जी ने वहां हंगामा कर रहे लोगों को बाहरी तत्व करार देना शुरू किया है।
वहां के लोकल मतदाता जो नेशनल चैनलों के साथ हिंदी में बात कर रहे हैं उन्हें ममता बाहर का बता रही हैं और कह रहे हैं कि ये सारे लोग यहां हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
खास बात यह है कि मतदान केंद्र के अंदर बैठकर वह मीडिया से बात कर रही हैं और सेंट्रल फोर्स के जवानों पर लोगों को डराने धमकाने का आरोप लगा रही हैं।
चुनावी ड्यूटी में तैनात किए गए अर्ध सैनिक बलों के जवानों को ममता ने गुंडा कहां है और आरोप लगा रही हैं कि जवान लोग मतदाताओं को मताधिकार का इस्तेमाल नहीं करने दे रहे हैं।
चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाते हैं ममता बनर्जी ने कहा कि जितनी भी शिकायतें की गई उसमें से किसी पर भी आयोग ने अभी तक कार्रवाई नहीं की है।
इधर, भारतीय जनता पार्टी ने ममता बनर्जी के इस बर्ताव को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत करने की चेतावनी दी है।
हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत में भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष और लीगल सेल के सदस्य प्रताप बनर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी के इस बर्ताव के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी कोशिश कर रही हैं कि वहां बैठकर हिंदू मुस्लिम समुदाय के बीच दंगा भड़का दें और सेंट्रल फोर्स पर हमला करवा दें।
वह जानती हैं कि हार गई हैं इसीलिए हताशा में इस तरह का बर्ताव कर रही हैं। हम चुनाव आयोग से जल्द से जल्द इस पर कदम उठाने की अपील करते हैं।