कोलकाता: पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर जनसंपर्क के लिए भाजपा अपनी प्रस्तावित रथयात्रा को हर सूरत में निकालने पर आमादा है।
पार्टी के बंगाल प्रभारी एवं राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को साफ तौर पर कहा है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भाजपा की रथ यात्राओं पर रोक नहीं लगाई है इसलिए बंगाल प्रशासन इसे रोक नहीं पाएगा।
दरअसल पार्टी ने शनिवार से करीब एक महीने तक चलने वाली पांच रथ यात्राओं को निकालने की योजना बनाई है।
इसकी समग्र अनुमति के लिए राज्य के मुख्य सचिव अलापन बनर्जी के पास भाजपा की ओर से चिट्ठी दी गई थी लेकिन बनर्जी ने रथ यात्रा की अनुमति देने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन पर छोड़ दी है ।
इधर कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक पीआईएल दाखिल हुई है जिसमें भाजपा की रथ यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था की समस्या और कोविड-19 महामारी से बचाव के प्रावधानों के उल्लंघन की आशंका जताते हुए रथ यात्रा पर रोक लगाने की मांग की गई है। फिलहाल यह याचिका हाईकोर्ट में लंबित है।
इस बारे में पूछने पर विजयवर्गीय ने कहा कि हाईकोर्ट ने भाजपा की रथ यात्रा पर रोक नहीं लगाई है इसलिए जिला प्रशासन इसे रोक नहीं सकेगा।
विपक्षी पार्टी के रूप में हमारा मौलिक अधिकार है कि हम लोगों के बीच पहुंचे।
इसलिए 6 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पहली रथयात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे और 11 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कूचबिहार में दूसरी रथ यात्रा में शामिल होंगे।