मणिपुर में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध 23 नवंबर तक बढ़ा

एक अधिकारी ने कहा कि असामाजिक तत्वों को भ्रामक संदेशों, फोटो और वीडियो फैलाने से रोकने के लिए एक निवारक उपाय के रूप में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध बढ़ाया गया है

News Aroma Media
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Manipur Internet Service: मणिपुर सरकार ने राज्य की अस्थिर हालात को देखते हुए शनिवार को लगाए गए मोबाइल इंटरनेट सेवा (Mobile Internet Service) पर प्रतिबंध को 23 नवंबर तक बढ़ा दिया है।

एक अधिकारी ने कहा कि असामाजिक तत्वों को भ्रामक संदेशों, फोटो और वीडियो फैलाने से रोकने के लिए एक निवारक उपाय के रूप में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध बढ़ाया गया है।

मणिपुर में मोबाइल इंटरनेट पर पहली बार 200 दिन पहले प्रतिबंध लगाया गया था, जब 3 मई को मणिपुर में गैर-आदिवासी मैतेई और आदिवासी कुकी-ज़ो समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़क उठी थी।

तब से हर पांच दिन बाद प्रतिबंध बढ़ाया जाता रहा है। मणिपुर के आयुक्त (गृह) टी. रणजीत सिंह ने एक अधिसूचना में कहा कि पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला, लापता व्यक्तियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, राजमार्ग नाकेबंदी, धरना-प्रदर्शन जैसी अस्थिर कानून व्यवस्था की स्थिति से संबंधित रिपोर्टें मिली हैं।

उन्‍होंने कहा ‎कि ऐसी आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाएं भड़काने वाली तस्वीरें, नफरत भरे भाषण और नफरत भरे वीडियो संदेश प्रसारित करने के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसका मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर हो सकता है।

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उन्होंने कहा ‎कि भड़काऊ सामग्री और झूठी अफवाहों के परिणामस्वरूप जीवन की हानि या सार्वजनिक, निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचने और सार्वजनिक शांति और सांप्रदायिक सदभाव में व्यापक गड़बड़ी फैलने का आसन्न खतरा है, जिसे जनता में प्रसारित किया जा सकता है।
पिछले हफ्ते, मणिपुर सरकार ने चार नागा आदिवासी बसे पहाड़ी जिला मुख्यालयों में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध हटा दिया था, जो जातीय हिंसा से प्रभावित नहीं थे।

आर्थिक नाकेबंदी वापस लेने की घोषणा

मणिपुर उच्च न्यायालय द्वारा 6 नवंबर को राज्य सरकार को उन सभी जिला मुख्यालयों में परीक्षण के आधार पर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं फिर से शुरू करने का निर्देश देने के बाद परीक्षण के आधार पर उखरूल, सेनापति, चंदेल और तामेंगलोंग के जिला मुख्यालयों में इंटरनेट प्रतिबंध हटा लिया गया था, क्‍योंकि ये इलाके जातीय हिंसा से प्रभावित नहीं हुए हैं।

चार पहाड़ी जिला मुख्यालयों में मोबाइल इंटरनेट सेवा फिर से शुरू करने के राज्य सरकार के कदमों के मद्देनजर, ऑल नागा स्टूडेंट्स एसोसिएशन, मणिपुर (ANSAM) ने 9 नवंबर को राजमार्गों से आर्थिक नाकेबंदी (Economic Blockade) वापस लेने की घोषणा की थी।

हालात काफी हद तक सामान्य होने के बाद 23 सितंबर को इंटरनेट प्रतिबंध हटा दिया गया था, लेकिन दो लापता छात्रों के शवों की तस्वीरें (Photos of Bodies of Missing Students) सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद सैकड़ों छात्रों की सुरक्षा बलों के साथ झड़प के बाद 26 सितंबर को इसे फिर से लागू करना पड़ा।

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