नई दिल्ली: लगभग 2 महीने से हिंसा की आग में मणिपुर (Manipur) जल रहा है। इस बीच सूचना आ रही है कि मणिपुर की राजधानी इंफाल (Imphal), कांगपोकपी की सीमा और हेंगजांग (Hengzang) में उपद्रवियों ने फिर से बवाल काटा है।
सूचना मिली है कि उपद्रवियों (Troublemakers) ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की है।
जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की है, जिसमें कई उपद्रवियों को गोली लगी है।
2 प्रतिष्ठानों को किया नष्ट
बताया जा रहा है कि Imphal के सेकमाई इलाके में कथित तौर पर कुकी पक्ष के अज्ञात बदमाशों ने 2 प्रतिष्ठानों को नष्ट कर दिया।
इसी बीच सूत्रों के मुताबिक दूसरी तरफ से कुकी गांव हेंगजांग में फायरिंग की सूचना भी मिली है।
100 से ज्यादा लोगों की जा चुकी है जान
बता दें कि Manipur में पिछले एक महीने से ज्याद समय से जातीय हिंसा जारी है। इसमें 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग के विरोध में मणिपुर के पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद पहली बार 3 मई को झड़पें हुईं।
मेइती Manipur की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हैं और ज्यादातर Imphal घाटी में रहते हैं।
आदिवासी, नागा और कुकी की आबादी का 40 प्रतिशत हिस्सा हैं और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं।
मणिपुर के CM ने मिजोरम से मांगी मदद
इस मुद्दे पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (N Biren Singh) ने मिजोरम के CM जोरमथांगा से फोन पर बात कर चुके हैं।
मिजोरम के CM ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी थी कि मणिपुर के CM ने पड़ोसी राज्य में शांति बहाल करने के लिए उनकी मदद मांगी है।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि टेलीफोन पर बातचीत के दौरान CM एन बीरेन सिंह ने उनसे मिजोरम में रहने वाले मैतेई लोगों की सुरक्षा के लिए उपाय करने का भी अनुरोध किया था।