Manipur Violence : मणिपुर में जुलाई के महीने में में दो छात्रों की जघन्य हत्या (Manipur Student Murder) कर दी गई थी।
इसी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और दो को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार होने वाले लोग वहीं हैं जिनकी तस्वीर पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर सामने आई थीं।
दो महिलाएं और दो पुरुष गिरफ्तार
इन चार में दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। दो लड़कियों को राज्य की राजधानी इंफाल में हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार चारों लोगों को असम के गुवाहाटी ले जाया गया है।
इंफाल से 51 किलोमीटर दूर पहाड़ी जिले चुराचांदपुर में पुलिस और सेना ने एक संयुक्त अभियान के दौरान संदिग्धों को पकड़ा। चुराचांदपुर में ही तीन मई को जातीय हिंसा (Racial Violence) की शुरुआत हुई थी।
संदिग्धों को सुरक्षा बल हवाईअड्डे लेकर पहुंची
संदिग्धों को पकड़ने के बाद सुरक्षा बल तेजी से हवाईअड्डे (Airports) पहुंचे, जहां CBI की एक टीम उनका इंतजार कर रही थी। CBI टीम ने संदिग्धों को साथ लेकर शाम करीब 5:45 बजे इंफाल से गुवाहाटी के लिए उड़ान भरी।
छात्र और छात्रा 17 वर्ष के
CBI इस मामले की जांच पहले से कर रही है। दोनों नाबालिग छात्रों के शव अभी तक नहीं मिले हैं। जांच करने वाले अधिकारी नाबालिग की हत्या से पहले बलात्कार (Rape) के आरोपों की भी जांच कर रहे हैं।
तस्वीरों में एक छात्र और एक छात्रा दिख रही है। दोनों 17 साल के थे। वे एक जंगल में हथियारबंद गुट के अस्थाई शिविर में घास वाले परिसर में बैठे दिख रहे हैं।
कर्नल संजेनबम ने 21 पैरा में सेवाएं दी
हाल ही में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गए कर्नल नेक्टर संजेनबम (Colonel Nectar Sanjenbam) ने चुराचांदपुर में संदिग्धों की धरपकड़ के लिए चलाए गए गोपनीय अभियान का नेतृत्व किया।
मामले के जानकार लोगों ने बताया कि, चुराचांदपुर में कई कुकी विद्रोही ग्रुप हैं जिन्होंने सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कर्नल संजेनबम ने 21 पैरा में सेवाएं दी हैं।
मणिपुर में जुलाई में छात्र-छात्रा की हत्या (Student Murder) की गई थी। जुलाई में लापता हुए दो छात्रों, जिसमें एक लड़का और एक लड़की थी, के शवों की तस्वीरें 26 सितंबर को सोशल मीडिया पर सामने आई थीं। इसके बाद मणिपुर सरकार ने त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।