पटना: बिहार में हिंदुस्तान आवाम आवाम मोर्चा सेक्यूलर हम सुप्रीमो ने राजद नेता श्याम रजक के बहाने उनकी पार्टी पर हमला बोला।
जीतन राम मांझी ने बिना किसी का नाम लिए तंज कसते हुए 14 तारीख की याद दिलाते हुए पूछा- जदयू के 17 विधायकों साथ लेकर महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा करने वाले राजद के बड़े नेता कहां गए।
लगे हाथों उन्होंने यह भी पूछा कि वो नेता राजद में हैं भी या नहीं।
दरअसल मकर संक्रांति के दिन पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार में एनडीए सरकार की सहयोगी पार्टी हम के सुप्रीमो मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि विधायक लेकर महागठबंधन के सरकार बनाएंगें।
पता किजिए तो कि लोग ख़ुद ही राजद में है कि निकल लिया।
अरूणाचल प्रदेश घटनाक्रम जिसमें बीजेपी ने सहयोगी पार्टी जदयू के छह विधायकों के पार्टी में शामिल कर लिया था के बाद राजद नेता और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके श्याम रजक ने ये दावा किया था कि जदयू के 17 विधायक पार्टी के संपर्क में और वे कभी भी राजद ज्वाइन कर सकते हैं।
श्याम रजक ने यहां तक दावा किया कि था बीजेपी की कार्यशैली से नाराज जेडीयू के विधायक बिहार की एनडीए सरकार को गिराना चाहते हैं।
श्याम रजक ने दावा किया था कि भाजपा की कार्यशैली से नाराज जदयू के 17 विधायकों को दल-बदल कानून के अंतर्गत सदस्यता रद्द होने के खतरे से बचाने के लिए फिलहाल रोककर रखा गया है।
श्याम रजक के इस दावे के बाद बिहार की सियासत में उबाल आ गया था।
पलटवार करते हुए जदयू नेता और प्रवक्ता राजीव रंजन ने श्याम रजक के दावों पर कहा कि वह भ्रामक बयान देकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
जनता दल यूनाइटेड पूरी तरीके से एकजुट है और बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में कार्यकाल पूरा करेगी और 5 साल सरकार चलाएगी।
वहीं खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्याम रजक के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया था।