मुंबई: कच्चे तेल की कीमतों में कमी और घरेलू शेयर बाजार में तेजी के साथ विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 34 पैसे मजबूत होकर 75.26 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.31 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान 75.18 के उच्च स्तर और 75.46 के निम्न स्तर को छूने के बाद अंत में 34 पैसे की तेजी के साथ 75.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बृहस्पतिवार को 99 पैसे की गिरावट के साथ 75.60 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। यूक्रेन के खिलाफ रूस के सैन्य अभियान शुरु होने के बाद जोखिम वाली संपत्तियों को लेकर धारणा प्रभावित हुई।
इस बीच, यूरोपीय संघ के नेतृत्व में साझा मोर्चा बनाते हुए रूस के खिलाफ आर्थिक एवं वित्तीय प्रतिबंधों के लिए सहमत हुए हैं।
छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 97.14 पर जा पहुंचा।
वैश्विक मानक माने जाने वाले ब्रेंट क्रूड की कीमत 1.07 प्रतिशत बढ़कर 100.14 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘‘विदेशी मुद्रा बाजारों में शांति लौट आई क्योंकि प्रतिभागियों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के नतीजों का आकलन कर लिया है और अब उनका ध्यान फिर से फेडरल रिजर्व पर वापस लौट आया है।
रूस पर उम्मीद से कहीं कमजोर अमेरिकी प्रतिबंधों से बाजार की धारणा को समर्थन मिला ..।’’
घरेलू शेयर बाजार में तेजी लौटने के साथ-साथ कच्चे तेल कीमतों के आठ साल के उच्च स्तर से कम होने के बाद क्षेत्रीय मुद्राओं के अनुरूप रुपया में तेजी आई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 1,328.61 अंक की तेजी के साथ 55,858.52 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल बने रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 6,448.24 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।