रांची: भाकपा माले और मासस की ओर से 14 नवंबर को जन सम्मेलन का आयोजन किया गया है। यह आयोजन राजभवन के समक्ष किया जायेगा। इसमें देश और राज्य के ज्वलंत मुद्दों को शामिल किया जायेगा।
इसकी जानकारी देते हुए भाकपा माले राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा कि जन सम्मेलन में झारखंड में जल-जंगल और जमीन की बढ़ती कॉरपोरेट लूट, लखीमपुर खीरी जनसंहार सहित किसान आंदोलन और महंगाई सहित अन्य मुद्दों का विरोध किया जायेगा।
केंद्र सरकार के साथ साथ हेमंत सरकार भी इन मुद्दों को अनदेखा कर रही है। जन सम्मेलन के दौरान प्रतिवाद तेज करने पर विचार किया जाएगा।
भक्त ने कहा कि कोरोना महामारी से बेरोजगारी तेजी के साथ बढ़ी है। मोदी सरकार ने नौजवानों के साथ विश्वासघात किया। वहीं, रोजगार देने के मामले हेमंत सरकार भी गंभीर नहीं है।
मनरेगा की मजदूरी दर भी कम है लेकिन सरकार का इस पर कोई ध्यान नहीं है। ऐसे में जन सम्मेलन के जरिये इन मांगों को उठाया जायेगा।
भक्त ने बताया कि कार्यक्रम में राष्ट्रीय सचिव दीपांकर भट्टाचार्य मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम को एक हजार से अधिक संगठनों का समर्थन मिला है।
कार्यक्रम में मासस के कार्यकारी अध्यक्ष अरूप चटर्जी, भाकपा माले विधायक विनोद सिंह आदि भी शामिल होंगे।