मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने अपने पिता की अस्थियों को गंगा में किया विसर्जित

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वाराणसी: मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने गुरूवार को पिता पूर्व प्रधानमंत्री सर अनिरूद्ध जगन्नाथ की अस्थियों को वैदिक मंत्रोंच्चार के बीच गंगा की धारा में प्रवाहित किया।

तीन दिवसीय प्रवास पर बुधवार की शाम शहर में आये मारीशस के प्रधानमंत्री व उनकी पत्नी कविता जगन्नाथ ने अन्य परिजनों के साथ नदेसर स्थित तारांकित होटल में रात्रि विश्राम किया।

उसके बाद सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ परिजनों के साथ दशाश्वमेधघाट पर अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने के लिए पहुंचे।

इस दौरान उनके साथ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी मौजूद रहे। घाट पर चार वैदिक ब्राम्हणों ने विधि विधान से अस्थि विसर्जन की पूजा और अनुष्ठान कराया।

पिता की आत्मा की शान्ति के लिए मां गंगा से प्रार्थना के बाद मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने घाट के सामने अपने पिता के अस्थि कलश का विसर्जन किया।

घाट पर पिता के अस्थि कलश को विसर्जित करने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला नदेसर स्थित होटल लौट गया। शाम को प्रधानमंत्री परिजनों के साथ बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगायेंगे।

इसके बाद दशाश्वमेधघाट पर गंगा सेवा निधि की विश्व प्रसिद्ध सायंकालीन गंगा आरती भी देखेंगे। अगले दिन शुक्रवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अलग-अलग वार्ता करेंगे।

इसके बाद दोपहर में दिल्ली के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट से रवाना हो जाएंगे। इसके पहले शहर में आने पर प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ का स्कूली बच्चों ने भव्य स्वागत किया।

शाम को भव्य स्वागत की तैयारी

श्री काशी विश्वनाथ दरबार में दर्शन पूजन करने जाते समय भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने मॉरिशस के प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी की है।

भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी किशोर कुमार सेठ ने बताया कि शाम 5 बजे होटल ताज से काशी विश्वनाथ धाम के रास्तों में विभिन्न 12 स्थानों पर भाजपा के कार्यकर्ता स्वागत करेंगे, जिसमें पुलिस लाइन चौराहा, सांस्कृतिक संकुल, चौकाघाट पुल, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय तेलियाबाग, लहुराबीर, पिपलानी कटरा, कबीरचौरा, मैदागिन, काशिका होटल बुलानाला, भाजपा कार्यालय नीचीबाग, चौक थाना तथा काशी विश्वनाथ धाम पर कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया जाएगा।