Latest Newsझारखंडबिहार में नीतीश 7.0 के मायने

बिहार में नीतीश 7.0 के मायने

Published on

spot_img
spot_img
spot_img

पटना: पश्चिम बंगाल के ज्योति बसु और सिक्किम के पवन कुमार चामलिंग ने मुख्यमंत्रियों के रूप में लंबे समय तक काम किया, लेकिन 2020 में बिहार में राजग की सत्ता में वापसी के साथ, नीतीश कुमार 15 वर्षों में 7वीं बार शपथ लेंगे।

राज्य में एक मजबूत कार्यकाल-विरोधी अवधारणा को धता बताते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर सवार होकर जनता दल-यूनाइटेड के नेता की वापसी हुई। यह मोदी की लोकप्रियता का ही आलम रहा कि तेजस्वी यादव की लहर पर सवार महागठबंधन से कड़ी चुनौती मिलने के बावजूद राजग की बिहार में वापसी सुनिश्चित हुई।

हालांकि, पिछले मामलों के विपरीत, नीतीश कुमार का बड़ा भाई वाला टैग चला गया है जहां 74 सीटों के साथ एक भाजपा के जबरदस्त प्रदर्शन के आगे जद-यू का कद बौना हो गया, जो मुश्किल से 43 सीटें जीत सकी।

चुनाव आयोग के अंतिम परिणाम के मुचाबिक, राजग ने 125 सीटें जीतीं। जादुई आंकड़ा 122 है।

हालांकि भाजपा प्रदर्शन के मामले में जद-यू से काफी आगे रही, लेकिन पार्टी के शीर्ष अधिकारियों ने चुनाव से पहले यह स्पष्ट कर दिया था कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे, चाहे वे अधिक सीटें जीते।

जद-यू के वरिष्ठ नेता के.सी. त्यागी कहते हैं, नीतीश कुमार एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा, मैं इस गठबंधन के प्रति विश्वास दिखाने के लिए बिहार के लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।

भाजपा के बिहार प्रमुख संजय जायसवाल ने कहा, जब पीएम ने स्पष्ट कर दिया है, तो कयासों की कोई गुंजाइश नहीं है।

अमित शाह ने भी मंगलवार को फोन पर नीतीश कुमार से बात की, हालांकि, क्या बातचीत हुई, फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो पाया है।

नवीन पटनायक 5 बार ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे हैं, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान चार बार, सिक्किम के चामलिंग (1994 से अब तक) बंगाल में ज्योति बसु (1977 से 2000) तक मुख्यमंत्री रहे हैं।

जब नीतीश कुमार शपथ लेंगे तो यह उनका सातवीं बार शपथ ग्रहण होगा।

नीतीश (तत्कालीन समता पार्टी के नेता) ने पहली बार 3 मार्च, 2000 को बिहार के सीएम के रूप में शपथ ली।

वह लगातार 2005 और 2010 में सीएम बने।

2015 में, उन्होंने दो बार बिहार के सीएम के रूप में शपथ ली।

मंगलवार को परिणाम दिन बढ़ने के बावजूद, नीतीश कुमार की पार्टी जश्न को लेकर काफी सतर्क थी, लेकिन पटना में पार्टी मुख्यालय के बाहर बड़े पोस्टर में लिखा था, बिहार ने 24 कैरेट सोने को चुना है।

नीतीश 7.0 में दीगर बात यह होगी कि भाजपा बड़े भाई की भूमिका में होगी। चाहे कोई भी सीएम हो। कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर अकेले नीतीश के बजाय जद-यू कार्यालय में मोदी और नीतीश का एक पोस्टर लग जाए।

भाजपा सांसद और इसके स्टार प्रचारक मनोज तिवारी ने कहा, सरकार एनडीए द्वारा बनाई जाएगी जो नीतीश कुमार के नेतृत्व में और नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से बनेगी।

जदयू कार्यालय के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगा है, जिसमें लिखा है, बिहार में फिर से नीतीश कुमार बा। यह एक तरह से उन व्यंग्य बाण, तंज का जवाब है, जो चुनाव के दौरान नीतीश सरकार पर कसे गए थे।

spot_img

Latest articles

नववर्ष पर बाबा बैद्यनाथ धाम में उमड़ेगी आस्था की भीड़

Crowds of Devotees will Gather at Baidyanath Dham : देवघर में नववर्ष के अवसर...

अनुबंध पर नियुक्त पूर्व सैनिकों को झारखंड हाईकोर्ट से झटका

Jharkhand High Court : झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High Court) ने एक अहम फैसले में...

जमीन विवाद में गोलीकांड का खुलासा, तीन आरोपियों को भेजा जेल

Land Dispute Shootout Revealed : बुंडू अनुमंडल के तमाड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत गांगो स्थित...

पेसा नियमावली पर फैसला टला, इस दिन होगी झारखंड हाईकोर्ट में अगली सुनवाई

Jharkhand High Court : रांची में राज्य में पेसा नियमावली लागू करने को लेकर...

खबरें और भी हैं...

नववर्ष पर बाबा बैद्यनाथ धाम में उमड़ेगी आस्था की भीड़

Crowds of Devotees will Gather at Baidyanath Dham : देवघर में नववर्ष के अवसर...

अनुबंध पर नियुक्त पूर्व सैनिकों को झारखंड हाईकोर्ट से झटका

Jharkhand High Court : झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High Court) ने एक अहम फैसले में...

जमीन विवाद में गोलीकांड का खुलासा, तीन आरोपियों को भेजा जेल

Land Dispute Shootout Revealed : बुंडू अनुमंडल के तमाड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत गांगो स्थित...