मेदिनीनगर: जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर भवानी भुइयां उर्फ भागीरथी ने विधिवत रूप से रविवार को एक विशेष समारोह में डीआईजी राजकुमार लकड़ा, एसपी चंदन सिन्हा, उपायुक्त शशि रंजन और एसडीपीओ के विजय शंकर के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
मौके पर टॉप नक्सली कमांडर भवानी भुइयां के हाथ में ज़िला प्रशासन द्वारा एक लाख रुपये का चेक सुपुर्द किया गया।
डीआईजी, उपायुक्त और एसपी ने संयुक्त रूप से जानकारी दी कि भवानी भुइयां ज़िले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र रामगढ़ थाना क्षेत्र के हुटार गांव का रहने वाला है।
भवानी उर्फ भागीरथ भुईंया, महेश भुईंया और रामसुंदर राम के इनकाउंटर करने के बाद वह कमांडर की कमान थामा था।
उसने पांच बड़ी घटनाओं को अंजाम का दिया था, जिसमें उसे आरोपित बनाया गया था।
भवानी भुइयां के पास से आत्मसमर्पण के दौरान बरामद किये गये सामानों की सूची में एक इंसास राइफल, इंसास राइफल का मैगजीन तीन पीस, इंसास राइफल की गोली, 83 चक्र, एक एच ई 36 ग्रेनेड, कैपिंग इक्यूपमेंट, जेजेएमपी लेटरहेड और गोली रखने का दो पाउच शामिल हैं।
आत्मसमर्पण करने के बाद उक्त टॉप नक्सली ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी है।
आने वाले दिनों में नक्सल अभियान में एक बड़ी सफलता पुलिस के हाथ लगने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
उल्लेखनीय है कि पलामू का ज्यादातर भाग नक्सली प्रभावित है।
शीर्ष नक्सलियों अत्याधुनिक हथियारों से पूरी तरह से लैस हैं।
विस्फोटक सामग्रियों का जखीरा अभी भी उनके पास मौजूद है।
वर्तमान एसपी के लिए उन सफेदपोशों के तह तक जाने की जरूरत है जो नक्सलियों को अत्याधुनिक हथियार और विस्फोटक सामग्री को जमा करने के लिए आर्थिक मदद कर रहे हैं।