सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने पर रोक, नियम तोड़ने पर FIR और पासपोर्ट-लाइसेंस होंगे रद्द

पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और पासपोर्ट तथा लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की जाएगी।मेरठ पुलिस ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में ड्रोन और सीसीटीवी से कड़ी निगरानी की जाएगी।

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Namaaz on Roads Banned: उत्तर प्रदेश के मेरठ में EID की नमाज को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय पुलिस ने सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने पर सख्त पाबंदी लगा दी है। पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और पासपोर्ट तथा लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की जाएगी। इस फैसले की केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को संवेदनशील तरीके से संवाद करना चाहिए, न कि सख्ती की भाषा में चेतावनी देनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने जताई नाराजगी

जयंत चौधरी ने मेरठ पुलिस के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, प्रशासन का काम नियम लागू करना है, लेकिन इस तरह धमकी देना सही नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि सड़क पर भीड़ न हो, यह समझ में आता है, लेकिन पुलिस को यह नहीं कहना चाहिए कि वे पासपोर्ट जब्त कर लेंगे।

मेरठ पुलिस का सख्त रुख

मेरठ के SP सिटी आयुष विक्रम ने कहा कि इस बार किसी को भी सड़क पर नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सभी धर्मगुरुओं और इमामों से अपील की गई है कि वे लोगों को मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज पढ़ने के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने यह भी बताया कि पिछले साल सड़क पर नमाज पढ़ने के कारण 200 लोगों पर मामला दर्ज हुआ था और 80 से अधिक लोगों की पहचान की गई थी। इस बार पुलिस पहले से ही सख्त कदम उठा रही है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।

ड्रोन और CCTV से निगरानी

मेरठ पुलिस ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में ड्रोन और सीसीटीवी से कड़ी निगरानी की जाएगी। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी कार्रवाई होगी। प्रशासन का कहना है कि किसी भी स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

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