बोकारो: बोकारो परिसदन (Bokaro Parishad) के सभागार में शुक्रवार को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग (State Backward Classes Commission) के सदस्य राजेंद्र प्रसाद ने पिछड़ी जातियों (Backward Castes) से जुड़े मामलों को लेकर जिले के अधिकारियों (District Officials) के साथ समीक्षा बैठक की।
उन्होंने ओबीसी जाति प्रमाण पत्र (OBC Caste Certificate), आवासीय प्रमाण पत्र (Residential Certificate) के लिए प्राप्त आवेदनों को त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया।
साथ ही पदाधिकारियों से यह जानना चाहा कि पिछड़ा वर्ग (BC) की जनसंख्या का आंकड़ा जिले में संग्रहित है या नहीं।
उन्होंने प्रखंडवार अब तक प्राप्त आवेदन, निर्गत प्रमाण पत्र व रद्द किए गए आवेदनों और उसके कारणों के संबंध में जानकारी ली। अंचलाधिकारियों ने सदस्य को बताया कि जाति और आवासीय प्रमाण पत्र तय समय पर ही निर्गत किया जा रहा है।
साथ ही बताया कि आवेदन के समय जरूरी दस्तावेज (required documents) संलग्न नहीं होने के कारण वैसे आवेदन को रद्द करना पड़ता है।
प्रसाद ने अंचलाधिकारियों (Circle Officers) को कहा कि जिले के लोग काफी सीधे व सरल स्वभाव के हैं। उनके साथ अधिकारी की तरह नहीं बल्कि सेवा भाव से काम करें।
उन्होंने कहा कि जिन आवेदनों में दस्तावेज (Document) अपूर्ण (Incomplete) है, उसके लिए आवेदक से संपर्क कर दस्तावेज की मांग करें और उसका प्रमाण पत्र (Certificate) निर्गत करें।
समय पर आवासीय और जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण छात्र छात्राओं को होती है परेशानी
उल्लेखनीय है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से OBC वर्ग के लोगों ने आयोग को आवेदन दिया है और बताया है कि OBC का आवासीय और जाति प्रमाण पत्र समय पर नहीं बनने के कारण सरकारी नौकरी एवं विद्यालय, महाविद्यालय के नामांकन (Enrollment) के लिए जो विज्ञापन निकलता है उसमें पिछड़ी जाति (BC) के लोग एवं छात्र छात्राएं समय पर आवेदन नहीं कर पाते हैं। इ
ससे नौकरी (Job) और नामांकन (Enrollment) से पिछड़ी जाति (BC) के लोग वंचित रह जाते हैं।
बैठक में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग (State Backward Classes Commission) के सदस्य सचिव केके सिंह, अपर समाहर्ता सादात अनवर, अनुमंडल पदाधिकारी चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, बोकारो स्टील संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक कार्मिक विभाग, महाप्रबंधक कार्मिक, जिला कल्याण पदाधिकारी सुदीप एक्का, सभी अंचल अधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।