रांची: स्थायीकरण की मांग को लेकर 65 हजार पारा शिक्षक सत्ता पक्ष के विधायकों के आवास का घेराव कर रहे हैं।
बेरमो विधानसभा क्षेत्र में भी पारा शिक्षकों ने वेतनमान और स्थायीकरण की नियमावली मंजूर करने और एक साल पहले किए गए वायदे को पूरा करने को लेकर अनूप सिंह के आवास पर एक दिवसीय धरना पे बैठे हैं।
झामुमो, कांग्रेस और राजद विधायकों के आवास के बाहर पारा शिक्षक धरने पर बैठेंगे और अपनी मांग पूरी करने के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं।
मांगें नहीं माने जाने पर 24 जनवरी को सभी मंत्रियों की आवास के सामने धरना और 10 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास के समक्ष वादा पूरा करो प्रदर्शन करेंगे।
स्थायीकरण व वेतन को लेकर पारा शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मुलाक़ात की थी।
वार्ता में मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षकों के मामले को लेकर सकारात्मक दिखे। उन्होंने पारा शिक्षकों से कुछ मांगा है, कहा कि आप सभी कुछ समय दें आपकी सभी समस्याओं का निदान होगा।
मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षको से मंगलवार तक का समय मांगा है।
सोमवार को शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री जी बैठक करेंगे, उसके बाद फिर पारा शिक्षक के नेताओ के साथ नियमावली पर सहमति पर बैठक करेंगे।
हालांकि इन बातों से पारा शिक्षक संतुष्ट नहीं हुए और आंदोलन जारी रखने की बात कही। वार्ता के बाद पारा शिक्षकों ने कहा कि इस बार सिर्फ कोरे आश्वासन से काम नहीं चलेगा। उनका आंदोलन जारी रहेगा।
पारा शिक्षकों ने देर शाम कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह से भी राजकीय अतिथिशाला में मुलाकात कर वादा पूरा करने की मांग की।
इस क्रम में प्रदेश प्रभारी ने मौके पर मौजूद मंत्री रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम तथा बादल पत्रलेख को एक निश्चित टाइम फ्रेम में पारा शिक्षकों की समस्याओं का समाधान कराने के निर्देश दिए।
घर का खर्च चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा
पारा शिक्षकों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार वे सभी कार्य को कर रहे हैं।
लेकिन मानदेय भुगतान नहीं होने से घर का खर्च चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक तो पारा शिक्षकों को अल्प मानदेय मिलता है।
वह भी समय से यदि नहीं मिले तो काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पारा शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय होती जा रही है।