नई दिल्ली: माइग्रेन (Migraine) का दर्द आम सिर के दर्द से बिल्कुल अलग होता है। इसमें सिर के एक हिस्से में बेतहाशा दर्द, जो माथे से लेकर जबड़े और कई बार कंधे तक पहुंचने लगे तो समझ लें आप माइग्रेन के शिकार हैं।
तेज धूप, खाली पेट, नींद में खलल और तनाव माइग्रेन का सबसे बड़ा कारण होता है। लेकिन कई बार इन वजहों के इतर भी सिर में दर्द होता है। आधशीशी या अधकपारी के नाम से भी माइग्रेन को जाना जाता है।
माइग्रेन (Migraine) का अगर आपको बार-बार अटैक आ रहा तो आपको आपने खानपान के साथ ही कुछ शारीरिक कमियों पर भी ध्यान देना होगा।
कई बार कुछ फूड्स भी माइग्रेन के कारण होते हैं और कई बार शरीर में तीन चीजों की कमी भी बार-बार अटैक की वजह बनती है।
माइग्रेन अचानक से कभी भी किसी भी वक्त हो सकता है। कई बार स्वस्थ नजर आने वाला व्यक्ति अचानक ही माइग्रेन अटैक का शिकार हो जाता है।
अगर बार-बार ये अटैक आने लगे तो इसे गंभीरता से लेने की जरूरत होती है। मतली, उल्टी, प्रकाश और शोर के प्रति संवेदनशीलता के साथ ही कई बार माइग्रेन का दर्द तीन से 7 दिन तक रहता है। लगातार माइग्रेन का दर्द शरीर में किसी जरूरी पोषक तत्व की कमी के कारण हो सकता है।
इन तीन कमियों से होता है बार-बार माइग्रेन
रिबोफ्लेविन और कोएनजाइम क्यू 10 सहित विटामिन डी की कमी लगातार माइग्रेन के दर्द का कारण हो सकती है।
कई रिसर्च में ये पाया गया है कि माइग्रेन से ग्रस्त लोगों में अधिकतर ही विटामिन डी के साथ रिबोफ्लेविन और कोएनजाइम क्यू 10 की कमी रहती है। तो अगर आपको बार-बार माइग्रेन के अटैक आ रहे तो आप इन तीनों ही चीजों की जांच कराएं और अपने डाइट में इन्हें शामिल करें।
इनसे बाख के रहें, खतरनाक हैं ये फूड्स!
चीज, फर्मेटेड और प्रॉसेसज्ड फूड
अचार, फर्मेटेड फूड और मसालेदार खाने के साथ ही चीज और प्रॉसेस्ड फूड भी माइग्रेन का दर्द बढ़ सकता है। इनमें उच्च मात्रा में टाइरामाइन हो सकता है। जो सिरदर्द का कारक हो सकता है।
अजीनोमोटो
मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) ग्लूटामिक एसिड एक सोडियम नमक है, जो हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। इसके अलावा MSG कुछ खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। यह कई मामलों में सुरक्षित होता है, लेकिन अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, तो यह माइग्रेन अटैक का कारक भी हो सकता है।
चॉकलेट
अमेरिकन माइग्रेन फाउंडेशन के अनुसार, चॉकलेट को शराब के बाद माइग्रेन के हमलों के लिए दूसरा सबसे आम ट्रिगर माना जाता है। दरअसल, चॉकलेट में कैफीन और बीटा-फेनिलथाइलामाइन दोनों तत्व पाए जाते हैं, जो सिरदर्द की परेशानी को बढ़ा सकते हैं।
केला
खाली पेट अगर आप केला या खट्टे फल खाएंगे तो ये आपके एसिडिटी लेवल को बढ़ा देता है। इससे माइग्रेन का अटैक बढ़ सकता है।
आर्टिफिशियल स्वीट
कई प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में आर्टिफिशियल मिठास होती है। यह चीनी का एक विकल्प होता है, जो प्रोसेस्ड फू़ड में मिठास बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के खाद्य पदार्थों को डाइट में जोड़ने से माइग्रेन की परेशानी बढ़ सकती है।
कॉफी
बहुत अधिक कैफीन और कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन करने से माइग्रेन या सिरदर्द की परेशानी बढ़ सकती है। अमेरिकन माइग्रेन फाउंडेशन के अनुसार, कैफीन माइग्रेन के हमलों को रोकने में मदद कर सकता है। अगर कभी-कभी आप इसका सेवन करते हैं, तो यह सिरदर्द से राहत भी दे सकता है। लेकिन अगर आप अधिक मात्रा में कैफीनयुक्त पदार्थ जैसे- चाय, कॉफी का सेवन करते हैं, तो यह सिरदर्द की समस्या को बढ़ा सकता है।
अलकोहल-स्मोकिंग
अलकोल या स्मोकिंग के चलते भी माइग्रेन का अटैक बार-बार आ सकता है।
ऑयली या जंक फूड
ऑयली या जंक फूड भी माइग्रेन के लिए जिम्मेदार होते हैं। इन फूड्स के खाने से पित्त का स्तर शरीर में बढ़ता है और सिर में दर्द होने लगता है।