Tender Scam Case: झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड में भेज दिया गया। इस बार मंत्री को 3 दिन की ईडी की हिरासत में भेजा गया है। मामले की अगली सुनवाई पर 28 मई को होगी। मामले की अगली सुनवाई पर 28 मई को होगी। दरअसल, मंत्री आलमगीर आलम की आज रिमांड खत्म हो रही है। इसे लेकर उन्हें ED की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में पेशी के दौरान ED ने पूछताछ के लिए फिर से रिमांड देने की मांग की थी। जिसके बाद कोर्ट ने पूछताछ के लिए 27 मई तक समय दिया।
5 दिन की रिमांड आज हो रही थी खत्म
आलमगीर आलम को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने आलम से पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने 6 दिन की रिमांड दी। 6 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता को फिर से पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। इस बार कोर्ट ने ईडी को और 5 दिन तक पूछताछ करने की अनुमति दी। आज जब 5 दिन की उनकी हिरासत अवधि खत्म हो रही थी, तो कोर्ट में उन्हें एक बार फिर से पेश किया गया। ईडी ने 5 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने 3 दिन की ही रिमांड ग्रांट की।
आलमगीर आलम की 5 दिन की ईडी रिमांड अवधि खत्म होने के बाद सोमवार (27 मई) को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने उन्हें रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में पेश किया। ईडी की ओर से कहा गया कि अभी और पूछताछ की जरूरत है। आलमगीर आलम की 5 दिन की रिमांड दी जाए। दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने आलमगीर आलम को 3 दिन की रिमांड में भेजने का आदेश दिया।
संजीव लाल और जहांगीर आलम के ठिकानों से मिले थे 35.23 करोड़
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके निजी सहायक जहांगीर आलम के ठिकानों से 35.23 करोड़ रुपए मिलने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इन दोनों से पूछताछ के बाद मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने पूछताछ के लिए हिनू स्थित प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय मुख्यालय में बुलाया। दो दिन की पूछताछ के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम को भी गिरफ्तार कर लिया गया।