रांची: CORONA के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) पूरी तरह से अलर्ट है।
ऐसे में रविवार शाम को एक बार फिर राज्य के सभी उपायुक्तों और सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की अध्यक्षता में बैठक हुई।
इस दौरान निर्देश दिया गया है कि कोरोना से प्रभावित आठ राज्यों (दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु) से झारखंड आने वाले लोगों की विशेष निगरानी रखी जाए।
बैठक के दौरान SNMCH के अधीक्षक ने कोरोना जांच किट की मांग की।
वहीं धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह को स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों (Hospitals) में लगे अग्निशमन यंत्र का निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
बैठक में अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह भी मौजूद थे।
कोरोना की जांच की रफ्तार को बढ़ाने के लिए कहा
थर्मल स्क्रीनिंग (Thermal Screening) के बाद यदि किसी में भी कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उनका रैट (रैपिड एंटीजन टेस्ट) और आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी।
संक्रमित मरीजों के सैंपल का जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराया जाएगा ताकि वैरिएंट का पता चल सके। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन (Railway Station) और बस स्टैंड (Bus Stand) पर कोरोना जांच शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
वहीं सभी जिले के उपायुक्तों और सिविल सर्जनों को अपने-अपने जिले में कोरोना की जांच की रफ्तार को बढ़ाने के लिए कहा गया है।
रांची, जमशेदपुर और देवघर उपायुक्त और CS को विशेष रूप से एहतियात (Precaution) बरतने का निर्देश स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दिया है।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिया है कि रामगढ़, गिरिडीह, लातेहार, चतरा, जामताड़ा, सरायकेला-खरसावां में आरटी-PCR लैब चालू करने के लिए आईसीएमआर से लाइसेंस की प्रक्रिया को जल्द पूरा करें।
वहीं सोमवार को सभी जिले में मॉक ड्रिल (Mock Drill) किया जाएगा।
मॉक ड्रिल के दौरान जिलों में उपलब्ध आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन युक्त बेड, आईसीयू, वेंटीलेटर (Ventilator) को क्रियाशील करने का निर्देश दिया गया है।
CORONA नियंत्रण कक्ष का गठन करने के लिए कहा गया
बन्ना गुप्ता ने कहा कि ट्रेंड लोगों को कोविड प्रबंधन, वेंटिलेटर और PSA प्लांट में प्रतिनियुक्ति का आकलन करने करें।
इसके साथ ही ऑक्सीजन युक्त उपकरण, कोविड जांच किट की उपलब्धता, ऑक्सीजन सप्लाई प्रबंधन, रिफिलिंग, कंसंट्रेटर की आवश्यकता, दवाओं और टेलीमेडिसिन माध्यमों का आकलन करने का भी निर्देश दिया गया है।
इन सभी चीजों की निगरानी के लिए नोडल पदाधिकारी को नामित करने का निर्देश दिया गया है।
CORONA नियंत्रण कक्ष (Control Room) का गठन करने के लिए कहा गया है।