रांची : दिन भर अफरा-तफरी के बाद आख़िरकार 22 दिनाें से हड़ताल पर डटे पंचायती राज कर्मियों के 10 प्रतिनिधियों को शाम लगभग सात बजे ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने वार्ता के लिए बुलाया।
करीब 20 मिनट बैठक चली लेकिन वार्ता सफल नहीं हुई। मंत्री ने सेवा विस्तार करने से साफ मना कर दिया।
कहा कि अब फ्रेश बहाली होगी। हालांकि, उन्होंने इतना आश्वासन जरूर दिया कि बहाली में पूर्व से कार्यरत कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
बता दें कि सेवा रेगुलर करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर बिरसा चौक पर पिछले 23 दिसंबर से पंचायती राज कर्मी हड़ताल पर डटे हैं।
उग्र कर्मियों को बलपूर्वक रोका
इससे पहले पंचायती राज कर्मियों का बुधवार को उस समय धैर्य टूट गया, जब इतने दिनों में सरकार द्वारा कोई सुध नहीं लेने से गुस्साए कर्मी दोपहर बाद सड़क पर उतर आए।
कर्मी पंचायती राज मंत्री आलमगीर आलम से मुलाकात करने उनके आवास की ओर जाने लगे।
इस कारण अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।
सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल को मौके पर भेजा गया।
एचइसी की ओर जाने वाली सड़क का प्रवेश द्वार बंद कर दिया गया।
उग्र कर्मियों को बलपूर्वक रोक दिया गया।
बता दें कि 2016 में करीब 1600 कनीय अभियंता और लेखा लिपिक सह कंप्यूटर आपरेटर की नियुक्ति हुई थी।
प्रत्येक साल कर्मियों काे सेवा विस्तार दिया जाता था।