जमशेदपुर: कपड़े की दुकान में काम करने वाली नाबालिग के साथ पार्टी मना कर वापस लौट रहे युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया।
पूर्वी सिंहभूम जिले के परसुडीह में एक नाबालिग से एक सरकारी स्कूल के शौचालय में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया।
परसुडीह थाने की पुलिस ने 17 युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इनमें से चार युवकों की संलिप्तता सामने आई है।
उनकी पहचान भी पीड़िता ने की है। घटना रविवार रात की है। नाबालिग एक कपड़े की दुकान में काम करती है।
रविवार रात वह दुकान से वापस लौट रही थी। चार युवक उसे स्कूल के शौचालय की ओर ले गए।
वहां पर एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया, जबकि तीन युवकों ने दुष्कर्म करने वाले युवक का साथ दिया।
पीडिता के बार-बार बयान बदलने से बनी असमंजस की स्थिति
सभी युवक कहीं से पार्टी मना कर वापस लौटे थे। मालूम हो कि पुलिस ने जब 17 युवकों को हिरासत में लिया तो उनके स्वजन थाने के सामने मंगलवार शाम तक डेरा जमाए रहे।
विरोध-प्रदर्शन भी किया। नाबालिग व हिरासत में लिए गए युवकों से पुलिस की पूछताछ जारी रही।
नाबालिग अपने दादा के पास रहती है। उसके माता-पिता एक बस्ती में रहते हैं। थाने पर राजनीतिक दल के नेताओं का भी आना-जाना लगा रहा।
मामले को दबाने की तैयारी भी होती रही। हिरासत में लिए गए युवकों की रिहाई के लिए पैरवी जारी रही। लेकिन चार युवकों को न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद अन्य युवक थाने से छोड़ दिए गए।
पिता की शिकायत पर थाने में सामूहिक दुष्कर्म व पोस्को एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इनमें वीरु, जयमंगल, रविन्द्र गोप और कृणाल शामिल हैं। सभी परसुडीह के रहने वाले हैं।
पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है। अदालत में 164 के तहत बयान भी कलमबंद कराया गया है।
एसएसपी एम तमिल वानन ने मंगलवार को बताया कि सोमवार दोपहर पुलिस को पीड़िता से जानकारी मिली। वह स्पष्ट रूप से बयान नहीं दे रही थी। बयान बदल रही थी।
इससे असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। पुलिस ने कई युवकों को हिरासत में लिया था। जिनकी संलिप्तता नहीं पाई गई। उन सभी को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।