मेदिनीनगर: सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। विद्यार्थियों का कठिन परिश्रम ही उन्हें ऊंचाइयों पर ले जाता है। आत्मविश्वास के साथ विद्यार्थी समय प्रबंधन कर समय का सदुपयोग करें और प्राथमिकता तय करते हुए एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करें, तो सफलता कदम चूमेगी। विद्यार्थी अपने अंदर की कमजोरी को छूपायें नहीं।
शिक्षण कार्य की गहराई एवं कमजोरी का स्वयं मूल्यांकन कर आगे बढ़े। विघार्थी अपने-आप को रोल मॉडल बनाएं। शिक्षा पर ईमानदारी पूर्वक ध्यान दें, तो सफलता के प्रति विघार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
यह बातें आयुक्त जटा शंकर चौधरी ने कही। वे बुधवार विमला पांडेय मेमोरियल ज्ञान निकेतन स्कूल में आयोजित मोटिवेशनल कार्यक्रम में बोल रहे थे।
अपनी क्षमता के अनूरूप सपने देखें और अपने-आप का मूल्यांकन कर उसके अनुरूप कार्य करना चाहिए। उन्होंने विघार्थियों को ग्रुप बनाकर पढ़ाई करने की नसीहत दी।
उन्होंने कहा कि ग्रुप में पढ़ाई करने से एक ओर जहां चीजें स्पष्ट होती है, वहीं दूसरी ओर उनका हिचक दूर होता है और किसी के समक्ष बातों को रखने में कोई असुविधा भी नहीं होती।