मीरजापुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Dr. Mohan Bhagwat) ने बुधवार को विंध्याचल (Vindhyachal) के महुवारी स्थित देवरहा हंस बाबा आश्रम के हनुमान मंदिर (Hanuman Temple) में विधिवत पूजा-अर्चना कर 51 मन लड्डुओं का भोग लगाया।
हनुमत यंत्र का भी विधिवत पूजन किया। डॉ. भागवत ने हनुमान जी से भारत (India) को अखंड बनाने और उसका खोया वैभव दिलाने की कामना की।
देश की एकता एवं अखंडता के लिए अनुष्ठान
संघ प्रमुख डॉ. भागवत पूर्वाह्न 11 बजे देवरहा हंस बाबा आश्रम पहुंचे और निर्धारित समय पूर्वाह्न 11.15 बजे आश्रम में देश की एकता एवं अखंडता के लिए अनुष्ठान कर विधिवत पूजन-अर्चन किया। राम दरबार, राधा-कृष्ण और बालाजी का पूजन कर भारत को विश्व गुरु बनने की भी प्रार्थना की।
पूजन-अर्चन एवं अनुष्ठान विंध्यवासिनी धाम के विद्वान पंडितों ने कराया।
आश्रम में डॉ. भागवत करीब सवा चार घंटे तक रहे।
इसके वाद वह प्रयागराज (Prayagraj) के लिए रवाना हो गए। उनके दौरे के मद्देनजर आश्रम परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा (Security) के कड़े प्रबंध किए गए थे।
51 मन लड्डुओं (laddoos) का भोग लगाया
विंध्यवासिनी धाम (Vindhyavasini Dham) के विद्वान पंडित अखिलेश चंद्र मिश्र उर्फ राजन गुरु ने बताया कि सरसंघचालक डॉ. भागवत ने आश्रम परिसर में स्थित हनुमान मंदिर में 51 मन लड्डुओं (laddoos) का भोग लगाया।
हनुमत यंत्र का विधिवत पूजन किया।
अखंड भारत एवं सनातन धर्म के विश्वव्यापी होने की कामना करने के साथ ही भारत को विश्वगुरु बनाने का संकल्प लिया।
डॉ. भागवत ने कैलाश मानसरोवर को देश का अंग बनाने और शत्रु देशों के शमन की भी कामना की।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में भी डॉ. भागवत ने यहां देश की एकता एवं अखंडता के लिए पूजन-अर्चन किया था।