नई दिल्ली: Rating Agency Moody’s Investor Service (रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर सर्विस) ने वर्ष 2022 के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को घटाकर 7 फीसदी कर दिया है।
साख निर्धारण करने वाली रेटिंग एजेंसी ने इससे पहले आर्थिक वृद्धि दर 7.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।
अनुमान को 8.8 फीसदी से घटाकर 7.7 फीसदी कर दिया
मूडीज इनवेस्टर सर्विस (Moody’s Investor Service) ने शुक्रवार को जारी अपने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक अपडेट में यह बात कही।
एजेंसी ने कहा है कि वैश्विक स्तर पर ग्रोथ में गिरावट और मौद्रिक नीतियों में लगातार की जा रही सख्ती की वजह से भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ रेट के अनुमान में कटौती की गई है।
इससे पहले एजेंसी ने 2022 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) अनुमान को 8.8 फीसदी से घटाकर 7.7 फीसदी कर दिया था।
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
रेटिंग एजेंसी मूडीज (Rating Agency Moody’s Investor Service ) के ताजा अनुमान के मुताबिक भारत की आर्थिक वृद्धि दर की गति वर्ष 2023 में कम होकर 4.8 फीसदी रह जाएगी, जो वर्ष 2024 में फिर बढ़कर करीब 6.4 फीसदी होगी।
एजेंसी के मुताबिक इसके बावजूद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था (Economic) बना हुआ है।
RBI ने चालू वित्त वर्ष के लिए 7.2 फीसदी विकास दर
भारत की आर्थिक वृद्धि (India’s Economic Growth) दर वित्त वर्ष 2021-22 (अप्रैल 2021 से मार्च 2022) में 8.7 फीसदी रही थी।
इस बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मई से लेकर अभी तक नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट (Policy Interest Rate Repo Rate) में 190 फीसदी का इजाफा किया है।
इससे पहले वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने वित्त वर्ष 2022-23 में देश की जीडीपी 7 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर का अनुमान जताया था। हालांकि, RBI ने चालू वित्त वर्ष के लिए 7.2 फीसदी विकास दर का अनुमान कायम रखा है।