नई दिल्ली: यूक्रेन-रूस संकट का असर देश की अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर अनुमान को घटाकर 9.1 फीसदी कर दिया है, जो पहले 9.5 फीसदी था।
मूडीज ने गुरुवार को जारी रिपोर्ट में रूस-यूक्रेन के बीच पिछले 21 दिनों से जारी युद्ध को इसकी अहम वजह बताया है रेटिंग एजेंसी ने जारी अपने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2022-23 में कहा कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर वित्त वर्ष 2021-22 में 9.1 फीसदी रहेगी।
मूडीज ने अपने पूर्व के अनुमान में 0.4 फीसदी की कटौती की है, जो पहले 9.5 फीसदी रहने का था। एजेंसी ने वित्त वर्ष 2022-23 में विकास दर 5.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
मूडीज ने जारी इस रिपोर्ट में कहा है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से वैश्विक आर्थिक वृद्धि को नुकसान हो सकता है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत कच्चे तेल की ज्यादा कीमतों के प्रति संवेदनशील है।
हालांकि, रिपोर्ट में यह कहा गया है कि चूंकि भारत में अनाज का उत्पादन ज्यादा है। इसलिए कीमतों में बढ़ोतरी से अल्पावधि में कृषि निर्यात को फायदा होगा। इसके बावजूद ईंधन महंगा होने और उर्वरक आयात बिल बढ़ने से सरकार का पूंजीगत व्यय सीमित हो सकता है।