मुंबई: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने 2 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को वित्त वर्ष 2021 के लिए बोनस/वेरिएबल पे दिया है।
बोनस पेआउट का उल्लेख सोमवार को कर्मचारियों को कंपनी की ओर से भेजे गए नोट में किया गया।
कोविड19 के साए में गुजरे वित्त वर्ष 2020-21 में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मुनाफा 35 फीसदी बढ़कर 53,739 करोड़ रुपए रहा है।
ऑयल टू केमिकल और कंज्यूमर (रिटेल व टेलिकॉम) समेत रिलायंस इंडस्ट्रीज की 5 डिवीजंस में कर्मचारियों को वेरिएबल पे का भुगतान किया गया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान अपने कंज्यूमर बिजनेस से 75000 से ज्यादा लोगों को जोड़ा।
यह भारत के कॉरपोरेट वर्ल्ड में की गई सबसे बड़ी भर्तियों में से एक है। गुजरे वित्त वर्ष में ही कंपनी के इंप्लॉई बेनिफिट्स खर्च 5 फीसदी बढ़कर 14817 करोड़ रुपये के हो गए।
कंज्यूमर बिजनेस ने रिलांयस इंडस्ट्रीज की आय में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इसकी वजह महामारी काल में लोगों द्वारा ऑनलाइन ज्यादा शॉपिंग करनी पड़ी और इंटरनेट की बढ़ी खपत रही।
कंपनी की आय में ऑयल टू केमिकल बिजनेस का योगदान घट गया है, क्योंकि जेट फ्यूल समेत बड़े उत्पादों के लिए मांग घट गई है।
अप्रैल 2020 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऑयल टू केमिकल बिजनेस में 15 लाख सालाना से ज्यादा कमाने वाले कर्मचारियों की सेलरी में 10 फीसदी की कटौती भी की थी, जिसकी वजह इस कारोबार पर कोविड का प्रतिकूल प्रभाव था।
इस कारोबार में कंपनी ने साल की पहली तिमाही में दिए जाने वाले सालाना बोनस/परफॉरमेंस लिंक्ड इंसेंटिव को भी स्थगित कर दिया था।
हालांकि छह माह बाद कंपनी ने वेतन में कटौती को वापस ले लिया था और बोनस का भुगतान भी कर दिया था।
ऑयल टू केमिकल बिजनेस का परिचालन लाभ 29 फीसदी गिरकर 38170 करोड़ रुपए पर आ गया है।
पिछले साल रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने वित्त वर्ष 2021 के लिए अपने पूरे मेहनताने को छोड़ दिया था।
वित्त वर्ष 2019 में अंबानी की सेलरी 15 करोड़ रुपए रही थी, जो पिछले लगातार 11 सालों से इसी स्तर पर बनी हुई है।