नई दिल्ली : प्रमुख वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली (Brokerage Firm Morgan Stanley) ने भारत की रेटिंग को अपग्रेड (India’s rating upgraded) करके ओवरवेट कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार कंपनी ने प्रमुख एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के लिए अपनी रेटिंग (Ratin g) में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
इसके साथ ही कंपनी ने चीन की रेटिंग को डाउनग्रेड करके इक्वल-वेट (Equal-Weight) कर दिया है। यह बदलाव वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में संबंधित देशों की संभावनाओं के बारे में मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के आकलन को दर्शाता है। विशेषज्ञों की मानें तो ओवरवेट रेटिंग का मतलब है कि फर्म को उम्मीद है कि भारत की अर्थव्यवस्था भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेगी।
Brokerage Firm ने अपग्रेड के पीछे कई कारण
भारत के लिए Brokerage Firm ने अपग्रेड के पीछे कई कारण बताए। भारत में सापेक्ष मूल्यांकन को अक्टूबर की तुलना में कम चरम माना गया और देश के सुधार और मैक्रो-स्थिरता एजेंडे को एक मजबूत पूंजीगत व्यय और लाभ दृष्टिकोण का समर्थन करने के रूप में देखा गया। Morgan Stanley ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) और पोर्टफोलियो प्रवाह में अनुकूल रुझानों पर प्रकाश डाला, जो सुधारों और व्यापक आर्थिक स्थिरता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता से मजबूत हैं।
चीन की दृष्टिकोण को लेकर चिंता
कंपनी की रिपोर्ट में अन्य उभरते बाजारों की तुलना में बेहतर यूएसडी ईपीएस (USD-EPS) वृद्धि के लिए देश की क्षमता पर जोर दिया गया है, जिसमें युवा जनसांख्यिकीय प्रोफ़ाइल इक्विटी प्रवाह को आगे बढ़ा रही है। इसके विपरीत, मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने चीन (China) के दृष्टिकोण के बारे में चिंता व्यक्त की।
इतना ही नहीं ब्रोकरेज फर्म ने चीन की रेटिंग घटाकर समान-भार कर दी है और सुझाव दिया है कि सरकारी प्रोत्साहन पैकेजों (Government Stimulus Packages) से प्रेरित हालिया रैली के बीच निवेशकों को मुनाफा कमाना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए। विश्लेषकों ने बताया कि चीन के नरमी के उपाय धीरे-धीरे होने की उम्मीद बन रही है।