रांची: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) ने कहा कि स्वास्थ्य (Health) के क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहा है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग (Health Department) और केयर इंडिया (Care India) के बीच बुधवार को जो MOU हुआ, वह नए प्रयोग का उदाहरण है।
इस करार का मकसद स्वास्थ्य सुविधाओं को व्यवस्थित करना है। केयर इंडिया (Care India) स्वास्थ्य मित्र बनकर कदम से कदम मिलाकर काम करेगा।
ग्रामीण महिलाओं और बच्चियों को हरी साग-सब्जियों के फायदे बताएं
स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) बुधवार को झारखंड सचिवालय (Jharkhand Secretariat) स्थित विकास आयुक्त सभागार में बोल रहे थे।
मौके पर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) और केयर इंडिया के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने के लिए पांच वर्ष के लिए MOU किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) से बचाव के लिए विभिन्न जांचोपरांत यह भी जांच कर लिया जाए, ताकि एक ही व्यवस्था के तहत काम हो जाए।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं (Rural Women) और बच्चियों को हरी साग-सब्जियों के फायदे भी बताएं, उनमें पाए जाने वाले खनिज और मिनरल्स (Minerals) के बारे में बताएं ताकि एनीमिया (Anemia) और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए भी काम हो सके।
स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी को बताएं ताकि उसे बेहतर किया जा सके
केयर इंडिया (Care India) के CEO से स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी को हमें बताएं ताकि उसे बेहतर किया जा सके।
ट्रॉमा सेंटरों (Trauma Centers) पर खून (Blood) की व्यवस्था और हड्डी रोग के विशेषज्ञों को रखने का भी उन्होंने निर्देश दिया।
मौके पर केयर इंडिया के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अभय कुमार भगत ने कार्ययोजना से संबंधित प्रजेंटेशन (Presentation) दिया।
नई परंपरा की शुरुआत
अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि हम नई परंपरा की शुरुआत करने जा रहे हैं, इससे स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में सहयोग मिलेगा।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की कमियों का आकलन कर केयर इंडिया में इसमें सहयोग करेगा।
केयर इंडिया के CEO देवर्षि भट्टाचार्य ने कहा कि हम उत्सुकता के साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भागीदारी के लिए तैयार हैं। गवर्नमेंट स्ट्रक्चर (Government Structure) के साथ काम करना चाहते हैं और कमियों को मिलकर दूर करेंगे।
इस मौके पर अभियान निदेशक भुवनेश प्रताप सिंह, अपर अभियान निदेशक विद्यानंद शर्मा पंकज सहित स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।