नई दिल्ली : आप पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर रखा है, उन पर शराब नीति में घोटाले (Liquor Policy Scams) का आरोप है।
आने वाले दिनों में कई राज्यों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव हैं, ऐसे में राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगाती दिख रही हैं।
वहीं, इस साल के शुरुआत में शराब घोटला को लेकर ही CBI ने मनीष सिसोदिया को भी गिरफ्तार किया। वह कई महीनों से जेल में बंद है।
प्रवर्तन निदेशालय ने सरकारी गवाह बने दिनेश अरोड़ा ने बताया कि उसने सांसद संजय सिह को दो करोड़ रुपए दिए थे। वहीं, संजय के घर से छापेमारी के दौरान कुछ डिजिटल सबूत भी पाए गए थे।
जिसकी तर्ज पर ED ने रिमांड की जांच की CBI के आरोप पत्र में मनीष सिसोदिया, विजय नायर, अभिषेक बोइनपल्ली, समीर महेंद्रू, गौतम मुथा, अरुण आर पिल्लई, कुलदीप सिंह, नरेंद्र सिंह, अमनदीप सिंह ढल, बुच्ची बाबू, अर्जुन पांडे जैसे नेता शामिल हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि ED का शिकंजा केवल आप पार्टी तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि जांच एजेंसियां अन्य दलों और नेताओं को भी अपना शिकार बनाएगी। माना जा रहा है कि ED के निशाने पर कई पार्टियां और राजनेता अभी भी हैं
जांच एजेंसियों ने इन नेताओं को घेरा
तमिलनाडु में DMK सांसद एस जगतरक्षकन (DMK MP S Jagatrakshakan) के आवास पर भी IT विभाग तलाशी में जुटा है। वहीं, विभाग ने 40 से भी अधिक जगहों पर रेड मारी।
वहीं तेलंगाना में क्चक्रस् विधायक गोपीनाथ के आवास पर भी आईटी की रेड लगी। कर्नाटक में डीसीसी बैंक के चेयरमैन शिवमोगा के आवास पर भी छापेमारी की गई। पश्चिम बंगाल में में मंत्री रथिन घोष पर भी ईडी ने रेड की।
जांच एजेंसियों के रडार पर ये नेता
साल 2014 के बाद पिछले 9 वर्ष में ED ने 21 दलों को अपना निशाना बना रखा है, पार्टियों के लगभग 119 नेता जांच के दायरे में लिए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, इनमें कांग्रेस के लगभग 24 नेता शामिल है।
इन नामों में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, रणदीव सुरजेवाला, मल्लिकार्जुन खडग़े, सचिन पायलट इत्यादि नाम शामिल हैं। वहीं अभी भी ईडी और अन्य जांच एजेंसियों के रडार पर डीके शिवकुमार और संजय राउत (DK Shivkumar and Sanjay Raut) जैसे नेता भी शुमार हैं।