न्यूज़ अरोमा रांची: मुक्ति संस्था ने रविवार को रिम्स में 24 लावारिस शवों का जुमार नदी किनारे अंतिम संस्कार किया। संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया ने मुखाग्नि दी और अंतिम आरदास परमजीत सिंह टिंकु ने किया।
प्रवीण लोहिया ने बताया कि संस्था की ओर से अब तक छह वर्षों में कुल 1045 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने कहा कि इंसानी शरीर का अंतिम संस्कार किया जाना मानव जाति में एक परंपरा है।
चाहे वह व्यक्ति किसी भी धर्म से संबंध रखता हो। मरने के बाद मृतक के परिजन उसके शव का अंतिम संस्कार करते हैं लेकिन बहुत ऐसे लोग हैं जिसका मरने के बाद दाह संस्कार करने वाला कोई नहीं होता।
उसे लावारिस शव माना जाता है। ऐसे सभी शवों का अंतिम संस्कार करने का बीड़ा मुक्ति संस्था ने उठाया है और उसका निर्वहन वह कई वर्षों से कर रही है।
अंतिम संस्कार को सफल बनाने में संदीप पपनेजा, अमित किशोर, सौरभ बथवाल रवि अग्रवाल, सुदर्शन अग्रवाल बलबीर जैन, राजेश विजयवर्गीय कमल चौधरी, नीरज खेतान परमजीत सिंह, आशीष भाटिया संजू कुमार, हरीश नागपाल सहित अन्य लोग की अहम भूमिका रही।